चंबा: शहर में दवा और चेकअप के लिए पहुंचने वाले बुजुर्गों और मरीजों के लिए स्वयंसेवी सारथी की भूमिका अदा करेंगे. जिला प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा 6 स्वयंसेवकों को इस कार्य का जिम्मा सौंपा गया है. यह स्वयंसेवी भरमौर चौक से बुजुर्गों और मरीजों को मोटरसाइकिल पर बिठाकर मेडिकल कॉलेज चम्बा और दवाई की दुकानों पर छोड़ेंगे.
अस्पताल में उपचार करवाने और दवाइयां लेने के बाद यह स्वयंसेवी उन बुजुर्ग और मरीजों को वापस भरमौर चौक तक छोड़ने के लिए भी जाएंगे. बुजुर्गों और मरीजों की सहूलियत को देखते हुए ही पुलिस द्वारा यह कदम उठाया गया है. पुलिस विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम की लोग काफी सराहना कर रहे हैं.
पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका ने बताया कि शहर में दुकानें खोलने से लोगों की काफी भीड़ पहुंच रही है. ऐसे में लोगों के लिए बनाए गए वन वे मार्ग से होकर गुजरने में बुजुर्गों और मरीजों को परेशानियां पेश आ रही थी. हालांकि मरीजों और बुजुर्गों के लिए प्रशासन द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वैन भी चलाई गई है. बावजूद इसके मरीजों और बुजुर्गों की सहुलियत के लिए शहर के 6 स्वयंसेवी को भरमौर चौक से इन्हें लाने और दवाइयां व चेकअप के बाद वापस छोड़ने का दायित्व सौंपा गया है.
शहर में दुकानें खुलने के बाद बढ़ी भीड़ में लोगों में सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए पुलिस विभाग द्वारा काफी प्रयास किए जा रहे हैं. जिसके तहत बाहर से आने वाले लोगों के शहर में पहुंचने पर उन्हें ऐतिहासिक चंबा चौगान में लाइन में लगाकर बारी-बारी से खरीददारी व अन्य कार्यों के लिए भेजा जा रहा है.
इसी क्रम में अब बुजुर्गों और मरीजों की दिक्कतों को देखते हुए शहर के कुछ स्वयंसेवी को भरमौर चौक से लेकर मेडिकल कॉलेज और दवाइयों की दुकानों तक छोड़ने और चेकअप वह दवाइयां खरीदने के बाद उन्हें वापस भरमौर चौक तक छोड़ने का दायित्व सौंपा गया है. जो कि काफी हद तक बुजुर्गों और मरीजों के लिए लाभदायक ही साबित हो रहा है.