चंबाः लोकसभा चुनाव प्रचार के शोर में चंबा जिला में एक हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया. चंबा जिले के भटियात क्षेत्र की एक दुखियारी मां अपने लापता बेटे को तलाश करने की गुहार लेकर मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंची. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उस समय एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
मां की जिद्द थी कि वो तुरंत मुख्यमंत्री को अपनी व्यथा सुनाना चाहती थी. आरोप है कि उस महिला को अभद्र तरीके से दुर्व्यवहार करते हुए मंच से उतार दिया गया. मामले ने तुल पकड़ा तो भटियात के विधायक विक्रम जरयाल ने स्थिति सपष्ट की और कहा कि मुख्यमंत्री ने जनसभा के बाद उस महिला का सारा दुखड़ा सुना और आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए.
वहीं, सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है और कांग्रेस नेता कुलदीप सिंह पठानिया ने भी इसे शेयर किया है. दरअसल सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर चंबा-कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार किशन कपूर के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए चंबा जिले के दौरे पर थे.
इस दौरान जिला के सिहुंता में एक जनसम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो एक दुखियारी मां अपने बेटे की तलाश की गुहार लगाती हुई सीएम के मंच तक पहुंच गई. मां ने रोते-बिलखते अपने लापता बेटे को ढुंढने की गुहार लगाई.
महिला ने कहा कि उनका इकलौता बेटा पिछले एक महीने से लापता है. बगैर बेटे को वो नहीं जी सकती, रोते-बिखलते महिला ने आत्महत्या करने की बात भी कही और कहा कि इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी. इस पूरे प्रकरण के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जनसभा में कुछ देर के लिए खलल पड़ गया, इसके बाद पुलिस महिला को जनसभा से निकालकर रेस्ट हाउस ले गई. इसी दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खुब वायरल हो रहा है.
जब इस पूरे प्रकरण के बारे में ईटीवी भारत हिमाचल ने भटियात विधायक विक्रम जरयाल से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि लापता युवक के परिजन जनसभा के दौरान सीएम से मिलने आए थे, लेकिन उस वक्त सीएम जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो इसलिए उन्हें रेस्ट हाउस में रुकने को कहा गया.
विक्रम जरयाल ने बताया कि जनसभा के बाद मुख्यमंत्री ने खुद परिजनों से करीब 35-40 मिनट तक बात की. इसके बाद सीएम ने डीजीपी, एसपी चंबा और डीएसपी को मामले में जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिए.