चंबाः 2019 में भी भूरी सिंह का परिवार एक कमरे में पशुओं के साथ रहता है. यह परिवार चुराह विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत चांजू के गांव गुडुआ का रहने वाला है. भूरी सिंह और उसकी पत्नी बसंती दोनों मजदूरी करते हैं.
इस परिवार की कमजोर माली हालत उस व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती है जो आर्थिक रूप से सम्पन्न परिवारों को आवास योजना से लाभान्वित करवाती है. यह परिवार बीपीएल सूची में शामिल है, लेकिन फिर भी लगातार 4 साल तक आवेदन करने पर भी अभी तक उन्हें किसी भी आवास योजना के तहत लाभ नहीं मिला है.
भूरी सिंह का घर बिल्कुल जर्जर हालत में है और मकान गिरने की कगार पर है. वहीं, छत के नाम पर मिट्टी की छत मौजूद है, जो बरसात के दिनों में टपकनी शुरू हो जाती है. ना जाने यह घर कितनी बरसातें झेल पाएगा.
एक कमरे वाले इस मकान के एक कोने में मवेशी बंधे रहते हैं और दूसरे कोने पर पूरा परिवार एक साथ बैठ कर खाना खाता है. इस कमरे के एक कोने पर खाना बनाने का काम किया जाता है तो एक कोने में पूरा परिवार सोता है. यानि इस परिवार के लिए यही एक कमरा पूरी दुनिया है.