शिमला: एचपीयू में रविवार को एसएफआई और एबीवीपी के बीच हुई खूनी झड़प के बाद से कैंपस का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ था. सोमवार को भी एचपीयू के कैंपस में एबीवीपी और एसएफआई के बीच झड़प होती रही, जिसके बाद शाम के समय कैंपस में एबीवीपी और एसएफआई की छात्राएं भी आपस में भीड़ गई और यही दौर देर शाम तक एचपीयू के गर्ल्स हॉस्टल में चलता रहा.
विवाद को बढ़ता देख मंगलवार को प्रशासन ने तीनों छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया. एचपीयू में तीनों ही छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने एचपीयू प्रशासन को लिखित में यह प्रस्ताव दिया है कि तीनों ही छात्र संगठन कैंपस में शांति को बनाए रखेंगे और किसी भी तरह की हिंसक घटना को अंजाम नहीं देंगे ना ही किसी तरह की मारपीट छात्र संगठनों के बीच होगी.
एचपीयू प्रति कुलपति प्रो.राजेन्द्र सिंह चौहान ने एसएफआई, एनएसयूआई औरर एबीवीपी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर के उनसे कैंपस में शांति बनाए रखने की बात की. इस मामले पर तीनों ही संगठनों ने अपनी सहमति जताई और शांति प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए. तीनों छात्र संगठनों से एचपीयू प्रशासन ने लिखित में यह आश्वासन लिया कि यह संगठन और इनसे जुड़े छात्र कैंपस में शैक्षणिक माहौल को बरकरार रखेंगे और किसी भी तरह का लड़ाई झगड़ा कैंपस में नहीं करेंगे.
इस बैठक में तीनों ही छात्र संगठनों को शांत रहने और विश्वविद्यालय में भय का माहौल समाप्त करने की बात प्रशासन ने कही. हर छात्र संगठन से तीन प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित रहे और प्रशासन के समक्ष उन्होंने अपनी बात रखी. छात्र संगठनों ने भी कहा कि वो भी परिसर में हिंसा के पक्ष में नहीं हैं और चाहते है कि कैंपस में शांति बने रहे.