बिलासपुरः बिलासपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व वन मंत्री एवं विधायक श्री नयना देवी विधानसभा क्षेत्र ठाकुर राम लाल ने कहा कि उन्होंने गत सोमवार को एम्स निर्माण कार्य की समीक्षा के लिए वहां कार्यरत कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक की.
बाहरी राज्य के लोगों को मिल रहा रोजगार
जिसके बाद उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एम्स निर्माण स्थल पर आस-पास के प्रशिक्षित व उच्च शिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने की अपेक्षा बाहरी लोगों को रोजगार के अवसर दिए जा रहे है. जबकि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी प्रोजेक्ट में सत्तर प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार मिलना अनिवार्य है. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा इन कंपनियों के हिमाचली, जिला व बाहरी राज्यों के लोगों को रोजगार देने का पूर्ण ब्यौरा मांगा था. जिसमे ये खुलासा हुआ है.
कर्मचारियों का हो रहा शोषण
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक ही स्थान पर दो प्रमुख कंपनियों द्वारा काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन मान में भारी अंतर है. एक तरफ प्रदेश सरकार द्वारा घोषित 275 रुपये से भी कम वेतन तो दूसरी ओर केंद्र सरकार के देय दिहाडी के हिसाब से कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है. जो उनका सरासर शोषण है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन कर्मचारियो को नियुक्त करने वाले ठेकेदारों द्वारा इन्हें दिये जाने वाले वेतन के नाम पर सरकारी पैसे के साथ लूटपाट की जा रही हैं.
केंद्र व प्रदेश सरकार से मोमले में ध्यान देने की मांग
उन्होंने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री व प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्री से इस मसले की ओर ध्यान देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह संस्थान केंद्र सरकार का है. इसलिए प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए. अन्यथा कांग्रेस पार्टी प्रजातांत्रिक तरीके से इसका विरोध करेगी. इस अवसर पर जिला कांग्रेस महासचिव संदीप सांख्यान व जितेंद्र चंदेल भी मौजूद रहे.
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