बिलासपुर: राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले में कहलूरी लोकोत्सव का शुक्रवार को डीसी बिलासपुर रोहित जम्वाल ने किया. उन्होंने जिला वासियों को राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले और केहलूर लोकोत्सव की बधाई दी. डीसी बिलासपुर ने बताया कि कहलूर लोकोत्सव में जिले के लगभग 900 स्थानीय कलाकार भाग ले रहे हैं.
कहलूर लोकोत्सव में दिन स्थानीय कलाकारों की विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां लोगों का भरपूर मनोंरजन करने में सफल रही. इस दौरान जहां स्थानीय कलाकारों ने अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरा. वहीं, लोक नृत्य के माध्यम से स्थानीय प्राचीन लोक संस्कृति को प्रदर्शित भी किया. लोक कलाकारों ने पारम्परिक लोक गाथाओं और गुग्गा गाथा को प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी.
साल भर उत्सव का इंतजार करते हैं लोक कलाकार
डीसी बिलासपुर ने अपने संबोधन में कहा कि अथक मेहनत, सर्मपण, त्याग और आस्था से प्राचीन लोक सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक युग तक सहेजने वाले लोक कलाकार साल भर से इस उत्सव का इंतजार करते हैं. उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों को उत्कृष्ट मंच और सम्मान मिले इसके लिए निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं.
प्राचीन लोक सांस्कृतिक विरासत को आधुनिक युग की नई पीढ़ी अथवा युवाओं से रूबरू करवाना अत्यन्त जरूरी है. इससे न केवल उन्हें प्राचीन लोक कलाकारों की उत्कृष्ट रचनाओं की जानकारी ही मिलेगी बल्कि विराट लोक सांस्कृतिक धरोहर के दर्शन भी होगें. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेले और उत्सव प्राचीन परम्पराओं को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण होते हैं.
रेडक्रॉस सोसाइटी कर रही लोगों को जागरूक
राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले में लोगों को कोरोना महामारी के बारे में जागरूक करने के लिए जिला रेडक्रॉस सोसाइटी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है. रेडक्रॉस सोसाइटी के वाॅलंटियर मेले में लोगों को सही ढंग से मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने के साथ आपस में उचित दूरी का पालन करने के लिए जागरूक कर रहे हैं. रेडक्रॉस सोसाइटी से जुड़े सुशील पुंडीर और अन्य रेडक्रास के स्वयंसेवियों ने लोकोत्सव में भी कोरोना का प्रतीकात्मक मास्क पहनकर लोगों को इस महामारी से बचने का संदेश दिया.
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