बिलासपुर: बाबा बालक नाथ की नगरी दियोटसिद्ध में बुधवार देर रात उस वक्त तनाव की स्थिति बन गई, जब जागरण कर रहे अमृतसर से आए 500 श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ मंदिर प्रशासन द्वारा बदसलूकी की गई. आरोप है कि उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया.
दियोटसिद्ध मंदिर में तनाव यही नहीं जब वे सराय में भोजन कर रहे थे, तो उन्हें वहां भोजन करने से मना किया गया और कहा कि लंगर में जाकर भोजन करें. हालांकि देर रात मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाया, लेकिन गुरूवार सुबह श्रद्धालु एक बार फिर सड़कों पर आ गए.
श्रद्धालुओं का कहना है कि लंगर लगाने की जो टाइमिंग रखी गई है, वह आजकल चल रहे चैत्र मेलों में सही नहीं है. क्योंकि लंगर सुबह 11 से दोपहर तीन बजे और रात को आठ से 11 बजे तक लगता है. ऐसे में बाहर से आए श्रद्धालुओं के लिए खाने की व्यवस्था नहीं हो पाती है.
दियोटसिद्ध मंदिर में तनाव इस बात की सूचना पर एसडीएम व दियोटसिद्ध ट्रस्ट के चेयरमैन विशाल शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामला शांत करवाया, साथ ही आदेश दिए कि अब लंगर सुबह सात बजे से रात 11 बजे तक लगा रहेगा.