हमीरपुर:जिला हमीरपुर में नोहंगी गांव के करतार सिंह सौंखला को इस बार मद्म श्री सम्मान के लिए चुना गया है. गणतंत्र दिवस के मौके पर इसकी घोषणा हुआ है. उन्होंने अपनी कला का बेहतरीन नमूना पेश किया है. करतार सिंह सौंखला ने बैंबू से कई तरह की कलाकृतियां बनाई हैं. इन कलाकृतियों की खास बात ये है कि ये सभी कलाकृतियां शीशे की बोतल के अंदर बनाई गई हैं.
लॉकडाउन के बाद जुलाई में करतार सिंह सौंखला जी के हुनर को पहचानते हुए ईटीवी भारत ने करतार सिंह की कला को आम जनता तक पहुंचाने में एक छोटी सी कोशिश की थी. जानिए करतार सिंह और उनकी कला के बारे में कि वे किस तरह से एक बांस को आकृति का रूप देते हैं.
करतार सिंह सौंखला की मानें तो उन्हें बचपन से ही कुछ अलग करने की चाहत थी, इसलिए उन्होंने ऐसी कलाकृतियों का निर्माण शीशे की बोतल के अंदर किया, लेकिन मंच ना मिलने के कारण करतार सिंह की यह कला धूमिल होती जा रही है.
अभी हाल ही में लॉकडाउन के दौरान करतार सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व राष्ट्रपति स्व. अब्दुल कलाम, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अलावा साईं राम और भगवान शिव के पूरे परिवार की मूर्तियां बोतल में बना डाली. करतार सिंह की कला को देखकर हर कोई हैरान रह जाता है.
करतार सिंह फार्मासिस्ट के पद से हुए हैं सेवानिवृत्त
आपको बता दें कि करतार सिंह सौंखला मार्च में ही एनआईटी हमीरपुर से स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ फार्मासिस्ट के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. उन्हें बचपन से ही कुछ अलग करने का शौक रहा है. वर्ष 2000 में मन में उठे बचपन के शौक के चलते शीशे की बोतल में बांस से निर्मित डिजाइन तैयार कर दिया और उसके बाद सिलसिला जारी रहा.