ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में 7 लोग गोबिंद सागर झील में डूब गए. गोताखोरों ने सभी शव बरामद कर लिए हैं. ये सभी लोग पंजाब के मोहाली के रहने वाले हैं. बताया जा रहा है कि ये सभी लोग गोबिंद सागर झील में नहाने के लिए उतरे थे और पानी अधिक गहरा होने के कारण डूब गए. सभी शवों को गोताखोरों की मदद से निकाला गया है.
घूमने आए थे 11 लोग-बताया जा रहा है कि पंजाब के मोहाली से कुल 11 लोग ऊना के कोलका गांव के पास बाबा गरीब नाथ मंदिर में आए थे, उसके बाद ये सभी झील में नहाने के लिए उतरे थे. इनमें से 7 युवक झील के गहरे पानी में डूब गए. जिसके बाद इनके 4 साथी मदद के लिए चिल्लाए, जिसे सुनकर आस-पास के लोग मदद के लिए मौके पर पहुंचे. लोगों ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस और प्रशासन को दी थी.
गोताखोरों ने निकाले शव- मौके पर पहुंची पुलिस ने बीबीएमबी (Bhakra Beas Management Board) के गोताखोरों को बुलाया. गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद सातों शवों को निकाल लिया. डीएसपी कुलविंदर सिंह के मुताबिक सभी शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए ऊना अस्पताल भिजवा दिया गया है. जहां मृतकों के परिजन भी पहुंच गए हैं.
गोबिंद सागर झील में डूबे लोगों के शव. सभी एक ही गांव के रहने वाले हैं-सभी मृतक मोहाली के बनूड़ गांव के रहने वाले हैं. बताया जा रहा है कि बनूड़ के 11 लोग सोमवार को घूमने के लिए गोविंद सागर झील के पास आए थे. शाम करीब 4 बजे ऊना पुलिस को सूचना मिली थी कि बंगाणा थाना क्षेत्र के तहत कोलका गांव के पास गोविंद सागर झील में 7 लोग डूब गए हैं. मृतकों के नाम रमन पुत्र लाल चंद, पवन पुत्र सुरजीत राम, अरुण पुत्र रमेश कुमार, लव पुत्र लाल चंद, लखवीर पुत्र रमेश कुमार, विशाल पुत्र राजू, शिवा पुत्र अवतार सिंह है. इन सभी की उम्र 14 साल से 35 साल के बीच बताई जा रही है.
गोबिंद सागर झील में 7 युवक डूबे बता दें कि बाबा गरीबनाथ मंदिर (Baba Garibnath Temple Una) पर पंजाब के लोग बड़ी संख्या में घूमने आते हैं. यह गोबिंद सागर झील के बीच में स्थित है. जिले में बारिश की वजह से प्रशासन ने लोगों से नदी नालों के पास न जाने की हिदायत दे रखी है. फिर भी लोग नदी नालों के पास जाने से पीछे नहीं हट रहे हैं.
वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घटना पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की.