सोलन:सोमवार को पूरे प्रदेश में ठेकेदारों द्वारा सभी सरकारी निर्माण कार्य रोक दिए गए हैं. ठेकेदारों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी सरकार को दी गई है. सरकारी विभागों के अधीन किए जा रहे निर्माण कार्यों में एम फॉर्म लगाने का फैसला सुनाकर सरकार ने ठेकेदारों की परेशानी बढ़ा दी है. ठेकेदारों का (M Form dispute in Himachal) करोड़ों का भुगतान एम फॉर्म की वजह से लटक गया है. सोलन में भी करीब 500 से ज्यादा ठेकेदार हैं जो पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यो के कॉन्ट्रैक्ट लेते हैं. वहीं, इस हड़ताल से सरकारी कार्य निश्चित (Himachal Contractors On Strike) रूप से प्रभावित होंगे.
जिले में अर्की, कसौली, सोलन और नालागढ़ डिवीजन के बहुत से ऐसे सरकारी काम हैं जो ठेकेदारों द्वारा किए जाने हैं. वहीं, जिला सोलन पीडब्ल्यूडी कॉन्ट्रैक्ट एसोसिएशन के प्रधान हितेंद्र ठाकुर ने बताया कि सरकार ने सरकारी विभागों के अधीन किए जा रहे निर्माण कार्यों में एम फॉर्म लगाने का फैसला सुनाकर (M Form dispute in Himachal) ठेकेदारों की परेशानी बढ़ा दी है. ठेकेदारों का करोड़ों का भुगतान एम फॉर्म की वजह से लटक गया है. वहीं, निर्माण कार्य पूरा करने के उपरांत भी ठेकेदारों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है.
ठेकेदार लोक निर्माण विभाव सहित (Himachal Contractors On Strike) अन्य विभागों को पहले भी रॉयल्टी दे रहे थे. ऐसे में एम फॉर्म लगाने का नियम लागू करके सरकार ने ठेकेदारों पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है. हालांकि, एम फॉर्म से ठेकेदारों का कोई लेना-देना नहीं है. उद्योग विभाग यह फॉर्म निर्माण सामग्री बेचने वाले कारोबारियों को जारी करता है. एम फॉर्म के बदले में ठेकेदारों से मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं जबकि, काम करने वाले ठेकेदारों को अपने भुगतान के लिए विभाग के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
वहीं, जब विभाग के पास जब ठेकेदार अपने भुगतान के लिए जाते हैं तो वहां पर सरकार के आदेशों का हवाला दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस मामले पर कोई फैसला नहीं लिया जिसके बाद 7 फरवरी से पूरे प्रदेश के ठेकेदारों ने निर्माण कार्य रोक अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में ठेकेदारों के अधीन करीब पांच लाख लोग काम करते हैं, जिनके वेतन का भुगतान करने में ठेकेदारों को परेशानी हो रही है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि उनकी समस्या का जल्द समाधान किया जाए. वहीं, कांग्रेस द्वारा ठेकेदारों की मांग का समर्थन करने को लेकर हितेंद्र ने बताया कि कांग्रेस चुनावी साल में मुद्दा भुनाने की कोशिश कर रही है.