सोलन: प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में हो रही चिट्टे जैसी जानलेवा नशे की सप्लाई को लेकर जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से विश्वविद्यालयों को आने वाली बसों पर शिकंजा कसने की मांग की है.
बीबीएन ऑपरेटर यूनियन के उपाध्यक्ष भाग सिंह चौधरी, उप प्रधान ग्राम पंचायत बरोटीवाला हितेंद्र शर्मा का कहना है कि बेशक बीबीएन पुलिस चिट्टे जैसे नशे को लेकर गंभीर हैं, लेकिन क्षेत्र में अभी भी नशे की सप्लाई कम नहीं हो पा रही है. इन लोगों ने आशंका जाहिर कि है कि यह नशा विश्वविद्यालय में आने वाली बसों के जरिए यहां पहुंच रहा है.
क्योंकि इन बसों की चेकिंग के प्रति न तो विश्वविद्यालय प्रबंधन गंभीर है और ना ही पुलिस प्रशासन इन बसों की चेकिंग करता है. उन्होंने कहा कि आलम यह है कि नशे की चपेट में आकर क्षेत्र के दर्जनों युवा मौत का ग्रास बन चुके हैं. पढ़े-लिखे बच्चे हताश होकर आत्महत्या कर रहे हैं.
उपप्रधान हितेंद्र शर्मा का कहना है कि बरोटीवाला पंचायत में कई बच्चे चिट्टे के नशे का शिकार होकर आत्महत्या कर चुके हैं. पुलिस विभाग को चाहिए कि विश्वविद्यालय को आने वाली बसों की औचक निरीक्षण की जाए ताकि लोगों की शंका दूर हो सके.
बद्दी में चल रहे लगभग कई विश्वविद्यालयों की 100 के करीब बसें पंजाब हरियाणा व चंडीगढ़ से छात्रों को लेकर यहां आती है. इन बसों में छात्रों के अलावा कुछ ऐसे तत्व का भी आना जाना होता है जिनका विश्वविद्यालय से कोई लेना देना नहीं होता है. लोगों को शक है कि इन बसों के जरिए चिट्टे जैसे जानलेवा नशे की सप्लाई भी बीबीएन में हो रही है.
प्रशासन से नशा तस्करों पर शिकंजा कसने की मांग वहीं, जब एडीजी लॉ एण्ड ऑर्डर एसबी नेगी से इसके बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय आने वाली बसों की सरप्राइज चेकिंग की जाती है, लेकिन इसकी रूटीन चेकिंग नहीं की जा सकती है. क्योंकि इससे बच्चों का समय खराब होगा. अगर फिर भी लोगों को यह शक है कि इन बसों के जरिए क्षेत्र में नशीला पदार्थ आ रहा है तो चेकिंग को तेज किया जाएगा.