सोलन:जिला सोलन के निर्वाचन क्षेत्र के ममलीग में डिग्री कॉलेज (Degree College in Mamligh) बनाने का श्रेय कांग्रेस व भाजपा में लेने की होड़ लग गई है. भाजपा जहां इसका श्रेय जयराम सरकार को दे रही है तो वहीं, कांग्रेस के विधायक व पूर्व मंत्री धनीराम शांडिल ने इसका पूरा श्रेय पूर्व कांग्रेस सरकार काे दिया है. उनका कहना है कि जयराम सरकार ने तो पांच वर्षों तक इस कॉलेज को लटकाए रखा जैसे ही विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आया तो सरकार को इस कॉलेज की याद आ गई.
वहीं, दूसरी तरफ भाजपा ने तो मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करने के लिए ममलीग में एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें सोलन भाजपा के बड़े नेताओं सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भाग लिया. भाजपा का आरोप है कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने ममलीग की अनदेखी करते हुए शिमला ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के पवाबो में कॉलेज खोल दिया (Degree College open in Mamligh) था.
हैरानी की बात यह है कि उस समय के कैबिनेट मंत्री व सोलन के वर्तमान विधायक धनीराम शांडिल ने इसके विरोध के स्थान पर चुप्पी साधे रखी. इस निर्वाचन क्षेत्र से सोलन निर्वाचन क्षेत्र की करीब 10 पंचायतों को ही नहीं बल्कि अर्की निर्वाचन क्षेत्र की 3, कसौली निर्वाचन क्षेत्र की 4 और शिमला ग्रामीण के साथ लगती पंचायतों को भी लाभ मिलना था, लेकिन पूर्व कांग्रेस सरकार ने राजनीति के चलते इस क्षेत्र की अनदेखी की और ममलीग को कॉलेज से वंचित रखा.
ये बोले सोलन विधायक धनीराम शांडिल:दूसरी ओर सोलन के विधायक व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धनीराम शांडिल ने बताया कि उन्होंने अक्तूबर 1999 से ममलीग में कॉलेज खाेलने की मुहिम शुरू (Congress on Mamligh Degree College) की थी. इसके लिए जमीन की तलाश भी की थी. पूर्व कांग्रेस सरकार में ही ममलीग में कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई थी. यह ठीक है कि शिमला ग्रामीण के पवाबों में पहले कॉलेज खुल गया था. इसके बाद इसकी ममलीग में कॉलेज खाेलने की प्रक्रिया शुरू हो गई. इसी बीच वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव हो गए. जयराम सरकार को तो केवल कॉलेज को खोलना था.