सोलन: जिले में भोग योजना के तहत दो और प्रसिद्ध मंदिरों को शामिल कर दिया गया है. एफएसएसएआई ने कसौली के गढ़खल स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर और अर्की के लुटरू महादेव मंदिर को सर्टिफिकेट जारी कर दिया है. इन मंदिरों को फाइनल ऑडिट करवाने के बाद जारी किया है. इससे पहले भी जिला में मां शूलिनी मंदिर, शिव मंदिर जटोली और हरिपुर गुरुद्वारा को सर्टिफिकेट जारी किया जा चुका है. जिला में अब पांच मंदिर को भोग योजना सर्टिफिकेट जारी हो गए हैं.
गौर रहे कि खाद्य सुरक्षा विभाग जिला के बड़े धार्मिक संस्थानों का (famous temples in solan) चयन करने के बाद योजना के तहत सर्टिफिकेट जारी कर रहा है. योजना के तहत विभाग द्वारा मंदिर में बनने वाले भोग व भंडारों को बनाने से लेकर वितरण तक के बारे में ट्रेनिंग होती है. यह ट्रेनिंग जिला खाद्य सुरक्षा विभाग के द्वारा बीते दिनों करवाई गई है. साथ ही कई दुकानदारों की रजिस्ट्रेशन भी विभाग ने करवाई है. विभाग की ओर से जिला के लुटरू महादेव कुनिहार (अर्की), साईं मंदिर गढ़खल (पनेवा), बाबा बालक नाथ मंदिर गढ़खल को आनंदपूर्ण स्वच्छ चढ़ावा योजना में चुना था. जिसके बाद दो मंदिरों को सर्टिफिकेट जारी किया गया है.
इन मंदिरों में प्रदेश सहित हरियाणा, पंजाब व अन्य राज्यों से श्रद्धालु आते हैं. यही नहीं समय-समय पर इन मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया जाता है. जिसको देखते हुए इन मंदिरों में प्रसाद व अन्य सामग्री की गुणवत्ता को परखा गया और विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है. अगर यह सब चीजें अलग-अलग पैमानों पर खरी उतरती है, तो विभाग भोग का सर्टिफिकेट प्रदान करेगा. उधर, खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त एलडी ठाकुर ने बताया कि जिला में बाबा बालक नाथ मंदिर व लुटरू महादेव मंदिर को भोग योजना का सर्टिफिकेट जारी किया है. जिला में योजना के (Bhog Yojana in Himachal) तहत पांच मंदिरों को भोग सर्टिफिकेट जारी हो चुके हैं.
अर्की के लुटरू महादेव मंदिर और गढ़खल स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर को जारी हुआ भोग सर्टिफिकेट
अर्की के लुटरू महादेव मंदिर (Lutru Mahadev temple of Arki) और गढ़खल स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर को (Baba Balak Nath temple in Gharkha) भोग सर्टिफिकेट जारी हो गया है. बता दें कि सोलन जिले में अब पांच मंदिर को भोग योजना सर्टिफिकेट जारी हो चुके हैं. हर प्रकार की सुविधा का ऑडिट कर के ही सर्टिफिकेट जारी किया गया है. खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त एलडी ठाकुर ने यह जानकारी दी.
हिमाचल में भोग योजना