शिमलाः 70 लाख की आबादी वाला छोटा सा पहाड़ी राज्य हिमाचल(Small Hill State Himachal) पर्यटकों के लिए स्वर्ग है. प्रदेश की जीडीपी(Gdp) में पर्यटन का 7 फीसदी हिस्सा है. प्रदेश का एक बड़ा वर्ग पर्यटन कारोबार के जरिए अपना घर-परिवार चलाता है. सरकार ने प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की आमद के लिए सालाना 2 करोड़ का लक्ष्य रखा है. साल 2017 में हिमाचल प्रदेश में 1.96 करोड़ सैलानी आए. इनमें 4.70 लाख विदेशी सैलानी थे, लेकिन कोरोना की वजह से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन कारोबार पर बुरा प्रभाव(Bad effect on tourism business) पड़ा है.
कोरोना ने कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है. कोरोना संक्रमण(Corona Infection) के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से हिमाचल में बाहरी राज्यों से आवाजाही पर भी प्रतिबंध (Restrictions on Movement)लगाया गया. ऐसे में पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ. पहली लहर के समय पर्यटन कारोबार लड़खड़ाया और दूसरी लहर के समय बुरी तरह धड़ाम हो गया.
अनलॉक के बीच हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पर्यटकों की संख्या में इजाफा(Increase In The Number of Tourists) देखने को मिला है. प्रदेश के पर्यटन निगम के होटल(Tourism Corporation Hotels) में सैलानियों को आकर्षित करने के लिए विशेष ऑफर दिए जा रहे हैं. एचपीटीडीसी के होटलों(HPTDC Hotels) में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 35 फीसदी तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है. इसके अलावा होटल में हिमाचली व्यंजन(Himachali Cuisine) भी परोसा जा रहा है, इससे पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश की जा रही है.
प्रदेश सरकार(State Government) की ओर से पर्यटन कारोबार(Tourism Business) को पटरी पर लाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच खतरा भी बढ़ा है, लेकिन प्रदेश में कोरोना के खतरे से बचना और पटरी पर लौट रहे पर्यटन कारोबार को गति देना हिमाचल प्रदेश सरकार(Himachal Pradesh Government) के सामने एक बड़ी चुनौती है.