PM मोदी ने की फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात, कई मुद्दों पर चर्चा:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को यहां फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों (Emmanuel Macron) से मुलाकात की और द्विपक्षीय और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की. इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया.
जम्मू-कश्मीर में पाक सीमा पर मिली सुरंग, जैश के आत्मघाती हमलावरों का था पिक-अप प्वाइंट:बीएसएफ ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में एक संदिग्ध भूमिगत सीमा पार सुरंग का पता लगाया है. यह सुरंग तब मिला है जब पंद्रह दिन पहले सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) संगठन के दो आत्मघाती हमलावरों को पाकिस्तान से घुसपैठ के दौरान मार गिराया था. बीएसएफ (जम्मू) के उप महानिरीक्षक एस पी एस संधू ने कहा कि सांबा में बाड़ के पास एक सामान्य क्षेत्र में एक छोटा सी जगह, जिसे एक संदिग्ध सुरंग माना जा रहा था, पाया गया है.
'संयम रखें आउटसोर्स कर्मचारी, जयराम सरकार हर हाल में देगी बड़ी राहत':हिमाचल सरकार के विभिन्न विभागों, बोर्ड, निगम व समितियों के तहत सेवाएं दे रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को बड़ी राहत दी जाएगी. राज्य सरकार आउटसोर्स कर्मचारियों के हित के लिए काम कर रही है. जल्द ही कैबिनेट सब-कमेटी की निर्णायक बैठक होगी और सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी. मंत्रिपरिषद की बैठक में आउटसोर्स कर्मियों को लेकर जल्द बड़ा ऐलान संभावित है. कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने ईटीवी से बातचीत में आउटसोर्स कर्मियों को संयम रखने का आग्रह किया.
सीएम जयराम ने किया आजीविका भवन का उद्घाटन, शहर में 3 पार्किंगों का किया शिलान्यास:शिमला नगर निगम चुनावों से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शहरवासियों को करोड़ों की सौगात दी है. बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आजीविका भवन का उद्घाटन करने के साथ ही शहर में तीन बड़ी पार्किंग का शिलान्यास किया. शहर में लंबे समय से बन रहे आजीविका भवन को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शहर को सौंप दिया. 10 करोड़ 50 लाख की लागत से बने आजीविका भवन में (Jairam Thakur inaugurated Aajeevika Bhawan) तिब्बती मार्केट और तहबाजारियों को शिफ्ट किया जाना है. इनमें से कुछ को सीएम ने चाबियां भी सौंपी.
ओलों की आफत से कैसे निपटें बागवान, सरकारी सेक्टर में अभी तक सिर्फ एक एंटी हेलगन:हिमाचल प्रदेश में हर साल ओलावृष्टि से बागवानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है. अमूमन अप्रैल और मई महीने में ओलावृष्टि होने से सेब उत्पादन प्रभावित होता है. सेब को ओलों से बचाने के लिए प्रदेश के अधिकतम बागवान एंटी हेलनेट पर (Apple crops damaged due to hailstorm) निर्भर हैं. परंतु भारी ओलावृष्टि में एंटी हेलनेट भी काम नहीं आते हैं. हिमाचल में डेढ़ दशक से भी अधिक समय से एंटी हेल गन स्थापित करने का शोर है लेकिन अभी तक सरकारी सेक्टर में सिर्फ एक ही हेल गन स्थापित (Himachal govt has one anti hail gun) की जा सकी है. विदेश में निर्मित हेल गन डेढ़ से तीन करोड़ रुपए में पड़ती है.