फॉरेस्ट गार्ड के 386 पदों के लिए करीब एक लाख आवेदन, कठिन नौकरी के लिए लड़कियां भी तैयार
हिमाचल प्रदेश में रोजगार ज्यादा है या बेरोजगार इसका अंदाजा इसी बात से लग जाएगा कि फॉरेस्ट गार्ड के 386 पदों के लिए करीब एक लाख आवेदन पहुंच चुके हैं. वहीं, कठिन नौकरी को पाने के लिए 20 हजार से ज्यादा लड़कियां भी तैयार हैं. 2020-21 वित्तीय वर्ष में 96 हजार से अधिक लोगों ने रोजगार कार्यालय में आवेदन दिया, लेकिन 867 को ही नौकरी मिल पाई.
50 फीट गहरी खाई में जा गिरी गाड़ी, 1 महिला की मौत, 9 लोग घायल
सिरमौर जिले के हरिपुरधार इलाके में गुरुवार को एक बड़ा सड़क हादसा (Road Accident) सामने आया है. हादसे में एक महिला की मौत, जबकि 9 लोग घायल (9 People Injured) हुए हैं. बताया जा रहा है कि 9 घायलों में से 8 को नाहन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. उधर प्रशासन ने मृतक के आश्रित को 20 हजार व घायलों को 10-10 हजार की फौरी राहत राशि प्रदान की है.
पेयजल परियोजनाओं में गाद बढ़ने से जलसकंट, जानें कब तक झेलनी पड़ेगी परेशानी
वीरवार को शिमला शहर में लोगों को पानी की सप्लाई नहीं मिल पाई. लोग सुबह से पानी के इंतजार में नजर आए, लेकिन शाम तक पानी नही आया. बुधवार को हुई भारी बारिश के चलते पेयजल परियोजनाओं में गाद आ गई थी, जिसके चलते पंपिंग रोकनी पड़ी थी. वहीं आगामी दो दिन भी पानी के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ेगा.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब मल्टीपल एंट्री भी जल्द हो सकती है लागू: गोविंद ठाकुर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अन्तर्गत परिवर्तनकारी सुधारों का एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर दिल्ली से वर्चुअल रूप से आयोजित समारोह में प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने भाग लिया. प्रदेश सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत प्राथमिक विद्यालयों में प्री-प्राईमरी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा जैसे विषयों पर कार्य कर रही है और अब प्रदेश सरकार राज्यों में स्टेट स्कूल स्टैंर्ड ऑथोरिटी, क्षेत्रीय भाषाओं में प्रारम्भिक शिक्षा प्रदान करना और मल्टीपल एन्ट्री और एग्जिट जैसे विषयों पर कार्य कर रही है.
कुल्लू में सतर्क हुआ प्रशासन, नदी नालों के किनारे रह रहे लोगों को हटाने के निर्देश
जिला कुल्लू में बीते 2 दिनों से हो रही बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. ऐसे में नदी नालों के खतरे से बचाने के लिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने का इंतजाम भी कुल्लू प्रशासन करेगा. इसके अलावा नदी नालों के किनारे रह रहे झुग्गी झोपड़ियों में प्रवासी लोगों को भी वहां से हटने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.