रामपुर/कुल्लूः जिला कुल्लू के दूर दराज क्षेत्र दुरहा में इस बार प्राचीन व ऐतिहासिक पजाई मेला नहीं मनाया जा रहा है. कई सालों से लगातार मनाया जाने वाला ये मेला कोरोना महामारी के चलते इस बार नहीं मनाया जा रहा.
जानकारी के अनुसार यह मेला सावन के महीने की पांचवी प्रविष्टि को मनाया जाता है, इस मेले की एक अनोखी छटा है, सावन के महीने में मनाया जाने वाला ये मेला बड़ा मशहूर है. इस मेले को देखने आस-पास के बहुत से गांव के लोग आते है.
माता के मंदिर की अगर बात की जाएं तो यह मंदिर काष्ठ प्रस्तर निर्मित काठकुणी शैली से बना एक मंजिल का है. इसकी खास बात ये है कि मंदिर लगभग तीन सौ साल पुराना है. इसके गर्भगृह द्वार पर काष्ठकला है. गर्भगृह के बाहर लकड़ी के स्तम्ब पर छत बनाई गई है. इसके नीचे खुले कक्ष में हवन कुंड है. माता के अधिकार क्षेत्र गांव गौरा, शाईं, शेगनी, शमोह,जगेढ, बखुन, जलोड़ी, पडौर,सम्पूर्ण लोट व दुरहा पंचायत.