शिमला: आज हिमाचल विधानसभा सत्र का दूसरा दिन है. इसी बीच पक्ष-विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. हिमाचल विधानसभा सत्र में बिलासपुर विधायक सुभाष ठाकुर ने नियम-67 के तहत चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि कोरोना संकट के समय देश में कोई भूखा ना रहे इस बात का ख्याल रखा गया है. साथ ही प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में कोरोना को नियंत्रित करने में पूरी कोशिश की गई है.
विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि 3 मई तक हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण का केवल एक मामला था और पाच हजार से अधिक लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ाई का सबसे महत्वपूर्ण हथियार पीपीई किट जो पहले देश में नहीं बनती थी.
अब भारी संख्या में उत्पाद हो रहा है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सोमवार को अपने वक्तव्य के दौरान उन्होंने सनसनी पैदा करने की कोशिश की, लेकिन प्रदेश सरकार लगातार स्थिति पर नियंत्रण बनाए हुए हैं और कोरोना संक्रमण जल्द से जल्द खत्म हो उस तरफ आगे बढ़ रही है.
विधायक सुभाष ठाकुर ने पूर्व विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिलासपुर में आत्महत्या का एक मामला सामने आता है और इससे पहले वो व्यक्ति कांग्रेस के पूर्व विधायक पर मौत का खतरा बताने की बात सामने रखता है.
उन्होंने कहा कि इसी पूर्व विधायक का बेटा धारा-144 तोड़कर लॉकडाउन के दौरान कानून का उल्लंघन करता है और इसके बाद उस पर एफआईआर दर्ज होती है. वहीं, उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष सरकार को गुमराह बता रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा कंफ्यूज अगर कोई है, वो है कांग्रेस नेता.
सुभाष ठाकुर ने कहा कि कोरोना के दौर में ये लोग खुद छुपे रहे और उल्टा प्रदेश सरकार पर दोष लगा रहे हैं. पहले कांग्रेस नेता चाहते हैं कि बाहर फंसे हमारे लोगों को हिमाचल वापस नहीं लाया जा रहा है, लेकिन जब बाहर फंसे लोगों को यातायात के अधिक साधनों से वापस हिमाचल लाया जाता है, तो कांग्रेस शोर मचा रही.
चर्चा में भाग लेते हुए वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी लोगों को मिलकर लड़ना चाहिए, क्योंकि हम जनप्रतिनिधि हैं और जनता के प्रति जवाबदेह हैं. नेता प्रतिपक्ष के इस्तीफे की मांग पर बोलते हुए राकेश पठानिया ने कहा कि उनकी ये मांग पूरी तरह अनैतिक है.
आज प्रदेश इज ऑफ डूइंग बिजनेस में पूरे देश में सातवें स्थान पर आकर खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्य कोरोना पर हो रही चर्चा को लेकर गंभीर नहीं है. केवल राजनीति करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि जब आशा कुमारी और नेता प्रतिपक्ष बोल रहे थे, तो कांग्रेस के केवल नौ लोग ही सदन में मौजूद थे.
ये भी पढ़ें:ऊना में 4500 मिलीलीटर शराब के साथ एक व्यक्ति गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस