शिमला: मिल्कफेड इस बार दीवाली (Diwali 2022) पर 600 क्विंटल से अधिक मिठाई बेचेगा. यह पिछले साल के मुकाबले 100 क्विंटल अधिक है. प्रदेश में मिल्कफेड द्वारा तैयार की गई मिठाइयों की इतनी डिमांड (Milkfed will sell 600 quintals sweets in Himachal) है कि एक हफ्ते के भीतर ही बिक जाती हैं. लोग उन्हें हाथों-हाथ लेते हैं. ये शुद्धता की गारंटी भी देती हैं. दिवाली से पहले प्रदेश भर में स्पेशल स्टॉल विभाग द्वारा लगाए जाते हैं. लेकिन ये स्टॉल कुछ ही दिनों में खाली भी हो जाते हैं.
मिल्कफेड की मिठाइयों की क्या है खासियत: मिल्कफेड की मिठाइयों में खास बात यह है कि इनके डिब्बों पर एक्सपाइयरी डेट भी अंकित होती है. कुछ मिठाइयां शुद्ध देशी घी से बनी होती हैं. सबसे अधिक डिमांड पंजीरी की होती है. इसके अलावा बर्फी, बेसन के लड्डू, काजू बर्फी भी खूब बिकती है. हिमाचल मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा ने बताया कि इस बार बच्चों के लिए भी स्पेशल मिठाई बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में मिल्कफेड ने 360 क्विंटल मिठाई बनाई थी. साल 2020 में चार सौ क्विंटल से अधिक बनी थी. आम जनता से मिले फीडबैक के अनुसार लोग शाम के समय मिठाई खरीदने निकलते हैं तो उन्हें मिल्कफेड के काउंटर खाली मिलते हैं. ऐसे में मिल्कफेड ने इस बार मात्रा बढ़ाई है और इस बार 600 क्विंटल मिठाई बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
क्या कहते हैं हिमाचल मिल्कफेड के अध्यक्ष: निहाल शर्मा ने कहा कि मिल्कफेड विभाग 600 क्विंटल मिठाई बनाएगा जो कि पिछले साल के मुकाबले 100 क्विंटल ज्यादा है. मिल्कफेड इस बार 3 नई किस्म की मिठाइयां बनाएगा जिसमें बच्चों के लिए चोको चिप्स, क्रीमी बर्फी और अलग-अलग प्रकार के लड्डू शामिल हैं. उन्होंने कहा कि विभाग प्रतिवर्ष दिवाली पर मिठाइयां बनाता है और बाजार में उतारता है. उन्होंने कहा कि इस साल 600 क्विंटल मिठाई बनाने का लक्ष्य है. लोगों की मांग को देखते हुए इस बार बीते वर्ष के मुकाबले 100 क्विंटल मिठाई अधिक बनाई जा रही है.