शिमला: हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन शिमला मटौर फोरलेन का मुदा सदन में गूंजा. नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से शिमला मटौर नेशनल हाईवे 88 फोरलेन का केंद्र द्वारा क्यों रद्द किया गया है. प्रदेश सरकार ने क्या केंद्र से इस मामले को उठाया है. हालांकि मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से इस मामले पर चर्चा करने की बात कही.
नेता प्रतिपक्ष ने प्रश्नकाल के बाद विस अध्यक्ष से चर्चा की मांग की थी. नियम 62 के तहत चर्चा की मंजूरी मिलने के बाद मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि केंद्र ने मटौर शिमला फोरलेन निर्माण से हाथ पीछे खींच लिए है और लोक निर्माण विभाग को सौंप दिया है. केंद्र ने शिमला मटौर फोरलेन को नॉन वायबल बताकर निर्माण से इंकार कर दिया है.
फोरलेन के निर्माण कार्य को लोक निर्माण विभाग को सौंपना प्रदेश के लिए बहुत बड़ा झटका है. जबकि इस प्रोजेक्ट की पहले ही सैद्धांतिक मंजूरी पहले दी गई थी. लेकिन केंद्र ने इसे रद्दी की टोकरी में डाल दिया है.