शिमला:हिमाचल प्रदेश में जहां बीते दिनों हुई बर्फबारी (Snowfall in Himachal) से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं, प्रदेश में बर्फबारी थमने के दूसरे दिन भी पांच सौ सड़कें अवरुद्ध हैं. दूसरी ओर ठेकेदारों ने हड़ताल का बिगुल भी बजा दिया है. ऐसे में कई सड़कों से बर्फ हटाने का कार्य नहीं हो पा रहा है. वहीं, विपक्ष भी लगतार इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है. विपक्ष ने सरकार और प्रशासन को बर्फबारी से निपटने में पूरी तरह से नाकाम करार दिया है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह (Kuldeep Rathore on contractors) राठौर ने कहा कि 2 दिनों की बर्फबारी ने सरकार और प्रशासन की खोखली व्यवस्था की पूरी पोल खोल दी है. उन्होंने कहा कि एक तरह प्रदेश में बर्फबारी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं, दूसरी ओर ठेकेदारों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है और अभी से कई हिस्सों में ठेकेदारों ने काम बंद कर दिए हैं. राठौर ने प्रदेश में आंदोलनरत ठेकेदारों से शीघ्र बातचीत कर उनकी समस्याओं को जल्द सुलझाने की मांग सरकार से की है.
कुलदीप राठौर की सरकार को नसीहत. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में जितने भी सरकारी निर्माण कार्य हो रहे हैं, वह सब इन्हीं के सहयोग से हो रहें है. इसलिए इनकी मांगों पर विचार कर उन्हें माना जाना चाहिए. राठौर ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि प्रदेश में सरकारी निर्माण कार्यों में जुटे ठेकेदारों का लंबे समय से उनके किए कार्यों का बकाया भुगतान नहीं हो रहा है. ऐसे में उन्हें अपने श्रमिकों को उनके श्रम का भुगतान करने में भारी मुश्किलें आ रही है.
राठौर ने कहा कि ठेकेदारों ने बैंकों से बड़े-बड़े लोन लेकर बड़ी-बड़ी मशीनरी खरीद रखी है. कोरोना के चलते प्रदेश में पिछले 2 सालों से निर्माण कार्य ठप पड़े होने की वजह से उन पर बैंक कर्जों का दबाव भी पड़ा है. इसलिए सरकार को इन ठेकेदारों के साथ बातचीत कर उनकी समस्याओं को (Demands of contractors in Himachal) दूर करने के लिए तुरंत ही कोई प्रभावी कदम उठाने चाहिए.
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