किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है. किन्नौर विधायक जगत सिंह नेगी ने कोविड सेंटर को लेकर प्रदेश सरकार व किन्नौर प्रशासन को जेएसडब्ल्यू कंपनी से संजीवनी नामक चिकित्सालय को अपने अधीन करने में असमर्थ बताया है.
किन्नौर विधायक जगत सिंह नेगी ने सरकार व प्रशासन से कोरोना काल में लोगों के जरूरतमंद व्यवस्थाओं को छोड़कर कंपनी की पैरवी करने का आरोप लगाया है. जगत सिंह नेगी ने कहा कि किन्नौर के रिहायशी इलाके रिकांगपिओ के मध्य में कोरोना मरीजों के लिए सराय भवन को कोविड सेंटर बनाकर रखा गया है जिससे आसपास के लोग डर के साये में जी रहे हैं. उन्होंने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं.
जगत सिंह नेगी ने कहा कि छोलटू के पास संजीवनी चिकित्सालय जिसे पूर्व सरकार के समय किन्नौर के इएमपी के रुपयों से बनाया गया है. इस चिकित्सालय के लिए सरकार ने जमीन भी मुफ्त में दी है लेकिन जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार की जेएसडब्ल्यू कंपनी से इस बड़े चिकित्सालय को कोविड सेंटर के लिए अपने अधीन लेने से घबरा रही है. उन्होंने कहा कि इस समय लोगों को चिकित्सालय की जरूरत है.
बता दें कि जेएसडब्ल्यू कंपनी छोलटू समीप इएमपी की धनराशि से बना संजीवनी चिकित्सालय जिसमें बड़े डॉक्टर्स के साथ ही भवन भी बड़ा है. ऐसे में किन्नौर विधायक ने पिछले कुछ समय से इस चिकित्सालय को कोविड सेंटर बनाने की मांग रखी है. इस चिकित्सालय में मरीजों के लिए हर सुविधा उपलब्द है और यह चिकित्सालय रिहायशी इलाकों से भी काफी दूर है लेकिन अब तक प्रशासन ने रिकांगपिओ के पास सराय भवन को कोविड सेंटर बनाया है.
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