शिमलाःप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. राजधानी शिमला में लगभग 100 मामले अभी भी सामने आ चुके है. ऐसे में मरीजों को कोरोना टेस्ट करवाने के लिए ना भटकना पड़े और रिपोर्ट जल्दी मिल जाये इसके लिए आईजीएमसी में अब देर रात तक एक बजे तक कोरोना सैंपल की जांच की जाएगी.
ऐसा करने से ज्यादातर मरीजों की कोरोना रिपोर्ट दूसरे दिन ही मिल जाएगी. इससे करीब 200 मरीजों की रिपोर्ट पेंडिंग नहीं रहेगी. उसी दिन देर रात तक वह रिपोर्ट आ जाएगी, जिससे कि आसानी से दूसरे दिन मरीजों को रिपोर्ट दे दी जाएगी.
आइजीएमसी में सोलन, बिलासपुर, किन्नौर, लाहौल स्पीति के कोरोना सैम्पल जांच के लिए आते हैं, जिससे की रिपोर्ट आने में देरी लग जाती है. हालांकि आईजीएमसी के अलावा कसौली, नेरचौक मेडिकल कॉलेज, हमीरपुर मेडिकल कॉलेज, नाहन मेडिकल कॉलेज, टांडा मेडिकल कॉलेज और चंबा मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर मशीनें लगाई है.
एक साथ 90 सैंपल की होगी जांच
कोरोना जांच करने वाली मशीन में एक साथ 90 सैंपल जांच के लिए लगाए जाते हैं, करीब 3 से 4 घंटे एक सैंपल की रिपोर्ट आने में लग जाता है. यहां पर अभी 2 मशीनें हैं, लेकिन कई सैंपल आपातकाल में आ जाते हैं, जिन्हें पहले लगाना होता है. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि आरटीपीसी सैंपल की रिपोर्ट आने में 24 घंटे से ज्यादा का समय नहीं लगता.
सैंपल में कुछ गलती के चलते प्रक्रिया लंबी चली जाती है. सैंपल के फेल हो जाने पर इसे दोबारा लेना पड़ता है, जिससे कि ये प्रक्रिया फिर से पहले जैसी हो जाती है. आईजीएमसी में दो आरटीपीसी मशीनें इस समय कोविड सैंपलों की जांच कर रही है, इसमें एक मशीन में एक साथ 70 और एक मशीन में 90 सैंपल लगाए जा सकते हैं.