शिमला: पुरातन महादेश भारत स्वतंत्रता के 75 साल (Independence Day) की खुशियां मना रहा है. लंबे समय तक परतंत्रता की बेड़ियों में जकड़े भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी की हवा में सांस लेने की घड़ी आई थी. भारत में आजादी (Indian Independence Day) के बाद से ही लोकतंत्र निरंतर मजबूत हुआ है. सारे अवरोधों के बावजूद देश में लोकतंत्र पर आंच नहीं आई है. भारत 135 करोड़ की जनसंख्या का विशाल देश है और सत्तर लाख की आबादी का छोटा प्रदेश हिमाचल देश की तरक्की में अपना भरपूर योगदान (Himachal contribution to the country) दे रहा है.
भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ और अगले ही साल यानी 1948 में 15 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश का गठन हुआ. हिमाचल प्रदेश ने देश की तरक्की में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं. आजादी के इस महा जश्न के अवसर पर हिमाचल के योगदान की चर्चा जरूरी है.
जब देश परतंत्र था तो भी पहाड़ी प्रदेश हिमाचल की स्वतंत्रता की चेतना चरम पर थी. यहां पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम(Pahari Gandhi Baba Kanshi Ram), क्रांतिकारी लेखक यशपाल सहित कई सेनानी देश की आजादी के लिए संघर्षरत थे. देश को आजादी मिली और भारत के सामने नई चुनौतियां खड़ी थीं. देश के आधारभूत ढांचे को मजबूती, उद्योग जगत का विकास, सेहत से जुड़े संस्थान और सड़कों सहित विकास के नए आयाम का स्थापित करने के लिए देश नए और नन्हे-नन्हे कदम रख रहा था. हिमाचल भी उसमें शामिल हुआ. आज देश 75 साल का जश्न मना रहा है और हिमाचल के योगदान पर नजर डालना प्रासंगिक है.
पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम और क्रांतिकारी लेखक यशपाल. हिमाचल के मेजर सोमनाथ शर्मा को मिला पहला परमवीर चक्र: भारतीय सेना की बात करें तो पहला परमवीर चक्र हिमाचल के मेजर सोमनाथ शर्मा (param veer chakra major somnath sharma) को मिला था. उन्होंने कबायली हमले को नाकाम बनाया था और बलिदान उपरांत उन्हें ये सम्मान दिया गया था. हिमाचल की शौर्य विरासत में चार परमवीर चक्र जुड़े हैं. इसके अलावा 1200 से अधिक गैलेंट्री अवार्ड हिमाचल के खाते में शान से मौजूद हैं. करगिल के नायक परमवीर विक्रम बत्रा (बलिदान उपरांत) और सूबेदार मेजर संजय कुमार को कौन नहीं जानता.
मुंबई में ताज होटल पर आतंकी हमले में ब्रिगेडियर गोविंद सिंह ने संभाली थी अहम जिम्मेदारी: मुंबई में जब ताज होटल पर आतंकी हमला हुआ था तो हिमाचल के ही ब्रिगेडियर गोविंद सिंह सिसोदिया ने ऑपरेशन टॉरनेडो को लीड किया था और साठ घंटे में मुंबई को सुरक्षित किया था.
हिमाचल के मेधावी डॉक्टर्स के हाथ में देश के बड़े स्वास्थ्य संस्थानों की कमान:देश के टॉप मोस्ट स्वास्थ्य संस्थानों की कमान हिमाचल के मेधावी डॉक्टर्स (meritorious doctors of himachal) के हाथ में है. इस कड़ी में नई दिल्ली का एम्स भी है. एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया हैं. पीजीआई चंडीगढ़ के निदेशक (Director of PGI Chandigarh) रहे डॉ. जगतराम विश्वविख्यात आई सर्जन हैं.
इसके साथ ही डॉ. टीएस महंत दुनिया में माने हुए हार्ट सर्जन हैं. वे एक बड़े निजी स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक हैं. डॉ. राजबहादुर दुनिया के माने हुए स्पाइन सर्जन हैं और कई बड़े संस्थानों के मुखिया रहे हैं. इसके अलावा डॉ. विनोद पाल नीति आयोग के सदस्य हैं और कोविड मैनेजमेंट उनकी ही रणनीति के अनुसार हुआ है. दुनिया को रैबीज से बचाव का सबसे सस्ता उपाय देने वाले डॉ. ओमेश भारती भी हिमाचल से हैं.
- ई-विधानसभा वाला हिमाचल देश का पहला राज्य है. यही नहीं, हिमाचल प्रदेश ई-कैबिनेट, ई-बजट पेश करने वाला भी देश का पहला राज्य है.
- हिमाचल प्रदेश देश का पहला धुआं मुक्त राज्य है. यहां हर घर में गैस का चूल्हा है.
- हिमाचल प्रदेश छह साल पहले ही देश का पहला खुले में शौच से मुक्त यानी ओडीएफ स्टेट बन चुका है.
- ग्रीन कवर बढ़ाकर कार्बन क्रेडिट हासिल करने वाला हिमाचल एशिया का पहला राज्य है.
- हिमाचल प्रदेश ने देश के कोल्ड डेजर्ट लाहौल-स्पीति में नल से जल पहुंचा दिया है. हिमाचल हर घर को नल से जल देने वाला देश का पहला राज्य बनने की दिशा में है.
- हिमाचल में देश का पहला हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज (Country first hydro engineering college in Himachal) शुरू हो चुका है.
- बर्फानी तेंदुए व इसका शिकार बनने वाले जानवरों का अध्ययन करने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य है.
- हिमाचल प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा पेंशन साठ साल से ही शुरू हो जाती है.
- शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में हिमाचल देश के अग्रणी राज्यों की कतार में है. हिमाचल की साक्षरता दर 86 फीसदी से अधिक है. यहां एम्स सहित आईआईएम, आईआईटी, ट्रिपल आईटी, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज सहित छह मेडिकल कॉलेज अस्पताल हैं.
- हिमाचल में प्रति व्यक्ति सबसे अधिक स्वास्थ्य संस्थान हैं. सेहत पर सबसे अधिक खर्च करने वाला भी हिमाचल देश का अव्वल राज्य है. हिमाचल में चार हजार से अधिक स्वास्थ्य (Health Facilities in Himachal) संस्थान हैं. हिमाचल में प्रति व्यक्ति बैंक शाखाएं देश में सबसे अधिक हैं.
- हिमाचल प्रदेश एशिया का फार्मा हब कहलाता है. यहां सालाना 45 हजार करोड़ रुपए का दवा उत्पादन होता है.
- हिमाचल प्रदेश पर्यटन के स्वर्ग के तौर पर पहचान रखता है. यहां साल भर में पौने दो करोड़ सैलानी घूमने के लिए आते हैं. हिमाचल को देश का एप्पल स्टेट कहा जाता है.
- हिमाचल देश का उर्जा राज्य भी है. यहां 27 हजार मेगावाट जलविद्युत उत्पादन की क्षमता है. देश के अन्य राज्यों को जरूरत के समय हिमाचल प्रदेश अपने यहां उत्पादित बिजली से रोशन करता है.
- प्रदेश की आबादी सत्तर लाख से अधिक है. यहां की जागरूक जनता की पहचान है कि चुनाव में मतदान प्रतिशत 70 फीसदी से अधिक ही रहता है.
- देश के पहले वोटर श्याम शरण नेगी (Country first voter Shyam Sharan Negi) हिमाचल के ही रहने वाले हैं. वे किन्नौर जिला के निवासी हैं और शतकवीर वोटर हैं.
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