शिमला: जयराम सरकार अपना तीसरा बजट 6 मार्च को पेश करने जा रही है ऐसे में अलग अलग वर्गों को सरकार से कई उम्मीदें हैं जयराम का यह तीसरा बजट है. पहले दो बजटों में किसान और बेरोजगारों को स्वरोजगार की तरफ बजट केंद्रित था इस बार के बजट से प्रदेश का कर्मचारी वर्ग काफी उम्मीदें लगाए हुए हैं.
ईटीवी भारत ने कर्मचारियों की बजट से उम्मीदों को लेकर कर्मचारी संगठनों के नेताओं से बात की और उनकी प्रदेश सरकार से मांग और बजट से उम्मीदों पर चर्चा की.
हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ से पूर्व अध्यक्ष एसएस जोगटा ने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों की सबसे बड़ी मांग पे स्केल ऐवाईज करने की है. और उम्मीद लगाई जा रही है कि उनको पंजाब के कर्मचारियों के बराबर का वेतन और भत्ते मिलेंगे.
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वहीं, प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश कश्यप ने कहा कि विभिन्न सोसायटी के तहत स्वास्थ्य विभाग में तैनात कर्मचारियों को नियमित किया जाए. सोसायटी सिस्टम से स्वास्थ्य कर्मचारियों का शोषण हो रहा है और पूरा वेतन नहीं मिल रहे है.
प्रदेश आउटसोर्स यूनियन के महासचिव लाल चंद ने कहा की प्रदेश में 50 हजार से अधिक आउटसोर्स कर्मचारी हैं प्रदेश सरकार इनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही हैं उन्होने उम्मीद लगाई की इस बजट में आउटसोर्स कर्मचारियों के पक्ष में कोई नीति सरकार बनाएगी ताकि कम्पनियों के शोषण से प्रदेश के युवाओं को बचायबज सके. अब देखना होगा की क्या जयराम सरकार का बजट कर्मचारियों की उम्मीदों पर खरा उतरता है या नहीं.
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