शिमला: गेयटी थियेटर में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों और हिंदी प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया. बता दे कि 10 से 12 सितंबर तक आयोजित हिंदी पखवाड़े में निबंध लेखन, भाषण और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में विजेता रहने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया.
गेयटी थियेटर में कार्यक्रम का आयोजन, शिक्षा मंत्री ने दिए विजेताओं को पुरस्कार
शिमला के गेयटी थियेटर में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में शिक्षा मंत्री ने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों और हिंदी प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कार दिए.
इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि 14 सितंबर 1949 को संविधान ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था. उस समय से 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है और हिंदी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि आज के समय में लोग हिंदी की अपेक्षा अंग्रेजी को अधिक महत्व देते है. उन्होंने कहा कि अगर हिंदी का अधिक प्रयोग हो तो आने वाली युवा पीढ़ी को भी भाषा समझने में आसानी होगी.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि अधिकतर विकसित देशों में अपनी राजभाषा का प्रयोग किया जाता है.1977 में प्रदेश में सरकार ने हिंदी के प्रयोग के आदेश पारित किए थे लेकिन इसके बावजूद हिंदी के प्रचलन में कमी आ रही है. इस कमी को दूर करने के लिए एक सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है.