शिमला: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल का प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है. जानकार सूत्रों के अनुसार गुरुवार को डॉ. राजीव बिंदल विधानसभा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं. राजीव बिंदल विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने के समय से ही नाखुश चल रहे हैं और लगातार कोशिश कर रहे थे कि उनको या तो मंत्री बनाया जाए या फिर पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ही बना दिया जाए. अपनी राय बताने और केंद्रीय नेतृत्व को मनाने के लिए बिंदल कई बार दिल्ली दरबार में भी हाजिरी लगाते रहे.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के लिए 17 जनवरी को प्रक्रिया शुरू होगी. उसके बाद 18 जनवरी को नाम तय होगा और औपचारिक घोषणा होगी. इस मामले पर बिंदल ने कहा कि अगर पार्टी आदेश करेगी तो मैं अध्यक्ष पद का नामांकन भरने के लिए तैयार हूं. मुझे कोई दायित्व मिलता है तो मैं उसे बखूबी निभाने की कोशिश करूंगा. संगठन मेरे स्वभाव में है. बिंदल ने कहा कि इस बात का निर्णय हाई कमान करेगी कि पार्टी अध्यक्ष किसको बनाना है. लेकिन अगर कोई निर्णय होता है तो पार्टी की हर आदेश का पालन होगा.
डॉ. बिंदल ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष बनने के लिए किसी प्रकार की चर्चा नहीं हुई है. पूरी प्रक्रिया में मेरी कोई भूमिका नहीं है. अगर पार्टी का आदेश आता है तो मैं विधानसभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दूंगा. उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के नाते 2 वर्ष का कार्यकाल अच्छा रहा. यह एक नया अनुभव था, मैंने नया काम करने की कोशिश की है. पूरे देश में हिमाचल विधानसभा का नाम हुआ है. इन सब के बीच बिंदल को बधाई देने वालों का तांता भी शुरू हो गया है. पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा के दिग्गज नेता नरेंद्र बरागटा और विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज सहित कई नेता बिंदल के कक्ष में मौजूद थे.
बता दें कि प्रदेश चुनाव अधिकारी और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंख 16 जनवरी शाम को शिमला पहुंचेंगे. उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुनिल देवधर भी मौजूद रहेंगे. दोनों केंद्रीय नेताओं की निगरानी में ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के चुनाव संपन्न होंगे.
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