शिमला: हिमाचल प्रदेश में साइबर अपराध तेजी से फैलता जा रहा (cyber crime case in himachal) है. साइबर ठग नए-नए हथकंडे अपना ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. अलग-अलग तरीके से साइबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. प्रदेश में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए डीजीपी संजय कुंडू ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है.
हिमाचल प्रदेश की महत्वपूर्ण हस्तियों समेत कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के नाम से फर्जी वॉट्सएप मैसेज आने की शिकायत मिलने के बाद पुलिस के साइबर सेल ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. डीजीपी संजय कुंडू ने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि अगर वॉट्सएप पर कोई अंजान नंबर से किसी भी तरह का लिंक आए तो उसे बिल्कुल ओपन ना करें. पुलिस ने अपील की है कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपने बैंक के खाते की जानकारी ना दें.
विश्लेषण से यह बात सामने आई है कि मुख्य रूप से मोबाइल सिम कार्ड, ई-केवाईसी, वैलिडेशन, नौकरी के लिए झांसा, लोन देने के नाम पर झांसा, डेबिट/क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, ऑनलाइन शॉपिंग, होम डिलीवरी फ्रॉड, पावर बैंक ऐप फ्रॉड, ई-केवाईसी अपडेट फ्रॉड, फेसबुक फ्रॉड और वीडियो कॉल के माध्यम से ब्लैक मेलिंग के जरिए ठगा जा रहा है.
बैंक खाते से जुड़ी जानकारी शेयर ना करें- इन जानकारियों के जरिये कोई भी आपकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर सकता है. ये ठगी का सबसे कॉमन तरीका है. जिसमें ठग आपको फोन करते हैं और आपके बैंक खाते या डेबिट/क्रेडिट कार्ड को अपडेट करने या जानकारी ले ली जाती (cyber crime in himachal) है. ऐसे फोन कॉल से बचें और अपने बैंक खाते या डेबिट कार्ड से जुड़ी जरूरी जानकारियां जैसे ओटीपी, सीवीवी नंबर आदि किसी के साथ भी शेयर ना करें.