शिमला:हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) द्वारा लोगों के घरों में जाकर प्रधानमंत्री की रैली में निमंत्रण देने पर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस और भाजपा में इसको लेकर जुबानी जंग तेज हो गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह द्वारा इस पर जहां सवाल उठाए गए थे. वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने मुख्यमंत्री को सच्चा कार्यकर्ता कहने के साथ ही प्रतिभा सिंह को रजवाड़ा शाही की प्रवृत्ति वाला करार दिया है. जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भड़क गई और उन्होंने कहा कि इसमें रजवाड़ा शाही कहां से आ गई.
Pratibha Singh on BJP: सीएम जाखू में हलवाई की दुकान में घूम रहे हैं, ये गलत है: प्रतिभा सिंह - Pratibha Singh on BJP
प्रतिभा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को भाजपा के लोग गली-गली (Pratibha Singh on BJP) कूचे में घुमा कर निमंत्रण देने में लगाया गया है. जिसे मुख्यमंत्री पद की गरिमा को गिराया जा रहा है. जयराम ठाकुर साधारण परिवार से हैं, लेकिन वह मुख्यमंत्री भी हैं और उन्हें इस तरह से हर घर का दरवाजा नहीं खटखटाना चाहिए. इस तरह से मुख्यमंत्री के पद की गरिमा को न गिराए जाए. प्रतिभा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जाखू में एक हलवाई की दुकान में घूम रहे हैं, मुझे जब आकर किसी ने ये बताया तो मुझे भरोसा ही नहीं हुआ क्योंकि ये गलत है. प्रतिभा सिंह ने कहा कि स्व. वीरभद्र भी मुख्यमंत्री रहे, लेकिन मैंने उन्हें गली कूचे में घूमते नहीं देखा.
प्रतिभा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को भाजपा के लोग गली-गली (Pratibha Singh on BJP) कूचे में घुमा कर निमंत्रण देने में लगाया गया है. जिसे मुख्यमंत्री पद की गरिमा को गिराया जा रहा है. जयराम ठाकुर साधारण परिवार से हैं, लेकिन वह मुख्यमंत्री भी हैं और उन्हें इस तरह से हर घर का दरवाजा नहीं खटखटाना चाहिए. इस तरह से मुख्यमंत्री के पद की गरिमा को न गिराए जाए. प्रधानमंत्री की रैली के लिए निमंत्रण देने के लिए दूसरे पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी जा सकते थे. प्रतिभा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जाखू में एक हलवाई की दुकान में घूम रहे हैं, मुझे जब आकर किसी ने ये बताया तो मुझे भरोसा ही नहीं हुआ क्योंकि ये गलत है. प्रतिभा सिंह ने कहा कि स्व. वीरभद्र भी मुख्यमंत्री रहे, लेकिन मैंने उन्हें गली कूचे में घूमते नहीं देखा.
बता दें कि बीते दिन मुख्यमंत्री जाखू में लोगों के घरों में जा जाकर निमंत्रण दे रहे थे तो जब उन्हें पता चला तो उस पर विश्वास नहीं हुआ और वह खुद देखने चले गए तो मुख्यमंत्री उनसे मिलने आ गए रैली में आने के लिए निमंत्रण दिया है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री रहे और उनके कार्यकाल को नजदीकी से देखा है, लेकिन उन्हें कभी भी इस तरह से लोगों के घरों में जाकर निमंत्रण देने नहीं गए. हालांकि उन्होंने कहा कि वोट मांगने की बात होती तो मुख्यमंत्री घर घर जाते तो इस पर किसी को आपत्ति नहीं होती, लेकिन वे मुख्यमंत्री हैं और उन्हें मुख्यमंत्री पद की गरिमा का भी ध्यान रखना चाहिए.