ठियोग/ शिमला: देश में कांग्रेस पार्टी में पड़ रही फूट इन दिनों सुर्खियों में है और पार्टी इस फूट से बचने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. एक के बाद एक युवा नेताओ का कांग्रेस पार्टी से मोह भंग हो रहा है. हिमाचल में प्रदेश और मंडल स्तर पर भी यह फूट देखी जा सकती है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर पार्टी को एकजुट करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हकीकत पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की लंच पार्टी में ही बयां हो गई थी.
बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने दो बार ठियोग का दौरा किया, लेकिन उनके इस कार्यक्रम से युवा कांग्रेस और ठियोग से पूर्व प्रत्याशी दीपक राठौर नदारद रहे, जिससे ये फूट शक से यकीन में बदलना लाजमी है. आज जब जिला प्रदेशाध्यक्ष सहित पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महंगाई को लेकर भाजपा सरकार का घेराव किया, तो कुलदीप राठौर, कोटखाई से पूर्व विधायक रोहित ठाकुर, कसुम्पटी से विधायक अनिरुद्ध सिंह ने इससे किनारा कर लिया. वहीं, शिमला कांग्रेस अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने बताया कि रैली के लिए सभी को सूचित कर दिया गया था, लेकिन कोई नहीं आया तो ये उनकी अपनी सोच है.
पंचायती राज के प्रदेशाध्यक्ष दीपक राठौर ने कहा कि उन्हें इस धरने में कोई सूचना न तो ब्लॉक कांग्रेस और न ही जिला कांग्रेस की ओर से दी गई है, जबकि ये ब्लॉक कांग्रेस का दायित्व बनता है कि कोई भी प्रदर्शन हो तो पूर्व में चुनाव लड़े नेताओ को बुलाया जाए. उन्होंने कहा की उन्हें क्यों नहीं बुलाया गया इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि इस तरह से विधानसभा क्षेत्र के नेताओं को नजरअंदाज करना सही नहीं है.