नई दिल्ली: हिमाचल में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh assembly elections 2022) होने हैं, इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दिल्ली दौरे पर हैं. दिल्ली के हिमाचल भवन में ईटीवी भारत संवाददाता अनामिका रत्ना से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से एक्सक्लूसिव बातचीत (Jairam Thakur Exclusive on Etv Bharat) की है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान हिमाचल में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर सीएम जयराम ठाकुर ने बड़ी बात कही. जयराम ठाकुर ने हिमाचल में भी यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने का इशारा दिया है. दिल्ली दौरे, हिमाचल में चुनाव और यूनिफॉर्म सिविल कोड(uniform Civil Code in Himachal pradesh) को लेकर उन्होंने क्या कहा आइये जानते हैं.
दिल्ली में अमित शाह से मिलेंगे-सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि आज वो हिमाचल के एक डेलिगेशन (Jairam Thakur in Delhi) के साथ गृह मंत्री अमित शाह से (Jairam Thakur will meet Amit Shah) मिलेंगे. दरअसल हिमाचल के सिरमौर जिले का हाटी समुदाय लंबे वक्त से जनजातीय का दर्जा मांग रहा है. जिले में करीब 3 लाख लोगों की ये मांग है. सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि सिरमौर के इसी इलाके से लगते उत्तराखंड के जौनसार इलाके के लोगों को जनजातीय दर्जा हासिल है. भौगोलिक परिस्थितियों के अलावा उनका रहन-सहन और संस्कृति भी एक है, ऐसे में हाटी समुदाय की मांग को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने वाले हैं.
'आप' हिमाचल आते ही बिखर गए- हिमाचल में आम आदमी पार्टी की बढ़ती सक्रियता को लेकर जयराम ठाकुर ने कहा (Jairam Thakur on AAP) कि 'आप' हिमाचल में आते ही बिखर गए और वो फिलहाल राज्य में नेतृत्वहीन हैं क्योंकि उन्हें अपनी प्रदेश इकाई ही बर्खास्त करनी पड़ी. गौरतलब है कि बीते दिनों हिमाचल में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अनूप केसरी बीजेपी में शामिल हो गए थे. अनूप केसरी ने केजरीवाल पर हिमाचल के नेताओं की अनदेखी का आरोप लगाया था और बीजेपी में शामिल हुए थे जिसके बाद पार्टी ने राज्य इकाईयों को भंग कर दिया था.
हिमाचल में नहीं चलता तीसरा विकल्प- जयराम ठाकुर ने कहा कि 'आप' के नेता हिमाचल आते हैं लेकिन मंच पर ना हिमाचल के नेताओं को बैठने की जगह मिलती है ना बोलने की. हिमाचल के लोग स्वाभिमानी हैं, ऐसे में आम आदमी पार्टी का कोई भविष्य नहीं है. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की जनता ने कभी भी तीसरा विकल्प नहीं चुना है और आम आदमी पार्टी को भी जगह नहीं मिलेगी. मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी के नेताओं की भाषा को लेकर भी कहा कि इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना उन्हें महंगा पड़ेगा.