शिमला/दिल्ली: एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार (Presidential Election 2022) ने आज शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया तो प्रधानमंत्री मोदी समेत भाजपा का पूरा वरिष्ठ नेतृत्व और भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी इसमें शरीक हुए. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी नामांकन में शामिल होने दिल्ली पहुंचे थे और कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उन्होंने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि द्रौपदी मुर्मू को सर्वोच्च पद के लिये चुना जाना एक ऐतिहासिक निर्णय है और इसके लिये वह प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेतृत्व को शुभकानाएं देते हैं.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भारत के (CM Jairam Thakur in Delhi) इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया है और यह स्वागत योग्य कदम है. पूरा देश आज इस निर्णय का स्वागत कर रहा है. विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाए जाने पर जयराम ठाकुर ने कहा कि उनके उम्मीदवार होने से कोई बड़ा फर्क नहीं पड़ेगा.
दूसरी तरफ कांग्रेस और विपक्षी पार्टियां यह आरोप लगा रही हैं कि राष्ट्रपति चुनाव से पहले भाजपा ने महाराष्ट्र की महाविकास अगाड़ी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया है क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव से पहले वह अपनी संख्या पूरी करना चाहते हैं और इसलिये गलत तरीके से महाराष्ट्र की सत्ता हथियाने की कोशिश की जा रही है. विपक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए हिमाचल के मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र का गठबंधन विपरीत ध्रुवों का था और इसलिए कहीं से भी उनका वैचारिक मेल नहीं था. शिवसेना हमेशा से कांग्रेस के खिलाफ लड़ती रही और इसके चलते यह आभास पहले से ही था कि ये गठबंधन लंबे समय तक नहीं चलेगा. महाराष्ट्र में गठबंधन टूटने का राष्ट्रपति चुनाव से कोई संबंध नहीं है. इसके पीछे शिव सेना और कांग्रेस का नेतृत्व ही दोषी है.