ठियोग:नगर परिषद ठियोग के अध्यक्ष के खिलाफ भाजपा पार्षदों (Theog Municipal Council) ने मोर्चा खोल दिया है. सोमवार को भाजपा के 6 पार्षदों ने प्रेस वार्त कर अध्यक्ष विवेक थापर पर कई आरोप लगाए. इस दौरान वार्ड नंबर 7 के पार्षद दिनेश शर्मा ने कहा कि उनके बार्ड में एक रास्ता बनाया गया है. जिसमें बहुत ही अच्छा काम हुआ है. इसके टेंडर के लिए सभी प्रक्रियाएं पूरी की गई थीं. उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया कमेटी के समक्ष ही हुई थी और उस समय कमेटी अध्यक्ष को कोई परेशानी नहीं थी. लेकिन बाद में अध्यक्ष ने इस रास्ते की शिकायत कुछ लोगों द्वारा करवाई. यहां तक कि झूठ बोल गया कि रास्ता पंचायत की जमीन पर बनाया गया है, जब कि स्थिति कुछ और है.
ठियोग नगर परिषद अध्यक्ष के खिलाफ हुए पार्षद, कहा: काम नहीं झगड़े करवाते हैं अध्यक्ष विवेक थापर
नगर परिषद ठियोग के अध्यक्ष के खिलाफ भाजपा पार्षदों (Theog Municipal Council) ने मोर्चा खोल दिया है. भाजपा के पार्षदों ने अध्यक्ष पर आरोप लगाया है कि वे क्षेत्र में विकास करवाने के बजाए लोगों के झगड़े करवाते हैं. उन्होंने कहा कि वे लोगों के खिलाफ झूठी शिकायत देकर लोगों को प्रताड़ित करते हैं और उनके वार्ड में कोई विकास कार्य नहीं होने देते. पढ़ें पूरी खबर...
उन्होंने अध्यक्ष को घेरते हुए कहा कि थापर पिछले बीस साल से कमेटी में हैं. रहीघाट के पार्षद भी रह चुके हैं. लेकिन वे रहीघाट के लिए कुछ खास नहीं कर पाए. अब यदि मै वहां कुछ कर रहा हूं, तो उन्हें परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष वार्ड नंबर 6 के रहने वाले हैं और पिछले बीस सालों से वो अपने वार्ड की झाड़ियां तक नहीं काट सके. वो काम करने के बजाय दूसरों द्वारा किया जा रहे काम को रोकने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे ठियोग में कहीं भी काम होता है, तो अध्यक्ष अपने लोगों से उसकी शिकायत करवाते हैं और इल्जाम किसी और पर लगाते हैं. ऐसे में वे लोगों के झगड़े करवा कर कमेटी चलाना चाहते हैं, जिसे हम नहीं होने देंगे.
हमारा साथ नहीं देते हैं अध्यक्ष:दिनेश ने अध्यक्ष पर ये भी आरोप लगाए कि जब भी किसी मंत्री का ठियोग का दौरा होता है, तो अध्यक्ष उनसे मिलने कमेटी के साथ नहीं आते. न ही सरकार के लिए किसी प्रस्ताव को भेजने में उसका साथ देते हैं. हम पार्किंग, सीवरेज, पार्क, मैदान और पानी की समस्या को लेकर कई बार मंत्रियों और मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं. लेकिन अध्यक्ष विवेक थापर हमारा साथ नहीं देते. वो न ही हमारे साथ सचिवालय चलते हैं और न ही ठियोग में किसी मंत्री से मिलते हैं. इसके विपरीत अगर हम कोई काम करवाना चाहते हैं, तो वो उसका विरोध करते हैं. जिसके चलते हमे काम करने में परेशानी पेश आती है.