झज्जर : 12 साल के किसी बच्चे को अगर स्मार्ट फोन मिल जाए तो वो क्या करेगा ? बच्चे स्मार्टफोन पर या तो वीडियो गेम खेलते हैं या फिर कार्टून और वीडियो देखते हैं. लेकिन हरियाणा के 12 साल के बच्चे ने स्मार्ट फोन की बदौलत कुछ ऐसा कर दिया जिसे सुनकर हर कोई उस छात्र की सराहना कर (Youngest App developer from Haryana) रहा है.
8वीं के छात्र ने बनाए 3 लर्निंग ऐप - झज्जर जिले के झासवा गांव के 8वीं के छात्र कार्तिकेय जाखड़ (Kartikeya Jakhar) ने तीन मोबाइल ऐप बना दिए. ये तीनों लर्निंग ऐप यानि पढ़ाई से संबंधित हैं. ये ऐप नर्सरी से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं. कार्तिकेय ने पहला ऐप जनरल नॉलेज, दसूर ऐप कोडिंग और ग्राफिक डिजाइजिंग और तीसरा ऐप डिजिटल एजुकेशन के लिए बनाया है. ऐप बनाने वाले कार्तिकेय जाखड़ झज्जर के ही जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ते हैं.
सबसे युवा ऐप डेवलेपर- 3 ऐप बनाने वाले कार्तिकेय का नाम अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो (Youngest App Developer in the world) गया है. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness Book of World Records) ने 8वीं में पढ़ने वाले 12 साल के कार्तिकेय को सबसे कम उम्र का ऐप डेवलेपर (Youngest App Developer) बताया है. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) में नाम आने के साथ ही कार्तिकेय दुनिया के सबसे युवा ऐप डेवलेपर्स (Young App Developers) की कतार में सबसे आगे खड़ा हो गया है.
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से मिली स्कॉलरशिप - 12 साल के कार्तिकेय की हर कोई सराहना कर रहा है कई पुरस्कारों से भी उन्हें सम्मानित किया गया है. लेकिन सबसे बड़ा सम्मान अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिले के रूप में (Haryana Boy in Harvard University) मिला है. कार्तिकेय के हुनर को देखते हुए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने उन्हें स्कॉलरशिप दी है और अब वो ऑनलाइन क्लास के जरिये हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बीएससी कर (Kartikeya Jakhar in Harvard University) रहे हैं.
कैसे जागी कोडिंग में रुचि-दरअसल लॉकडाउन के दौरान कार्तिकेय की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए उनके पिता ने 10,000 रुपये का एक स्मार्टफोन खरीदा था. कुछ दिन वक्त बाद ऑनलाइन क्लास के बीच में ही फोन बंद हो गया. इसकी वजह तलाशने के लिए कार्तिकेय ने इंटरनेट पर कुछ वीडियो देखे और सॉफ्टवेयर की जो खामियां मिली उसे खुद ही ठीक कर लिया. जिसके बाद कार्तिकेय की दिलचस्पी कोडिंग में (Haryana boy developed mobile app) बढ़ गई. इस दौरान कार्तिकेय ने कोडिंग और ग्राफिक डिजाइन को लेकर दो किताबें भी लिखीं. इसके बाद वो रोज कुछ ना कुछ सीखते रहे और फिर तीन लर्निंग ऐप बना दिए. जिनकी मदद से आज 45 हजार छात्र मुफ्त में शिक्षा ले रहे हैं.