नाहन: गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति जिला सिरमौर के बेनर तले सोमवार को जिला मुख्यालय नाहन में दलित समुदाय से जुड़े विभिन्न संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया. सैंकड़ों की तादाद में दलित समुदाय के लोगों ने बस स्टैंड से लेकर डीसी कार्यालय तक एक विशाल रैली निकाली. इस दौरान दलित समुदाय के लोगों ने अपने अधिकारों के संरक्षण हेतू जमकर नारेबाजी की. तत्पश्चात डीसी कार्यालय में धरना देने के पश्चात उपायुक्त सिरमौर के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन भेजा, जिसमें जनजातीय दर्जा मिलने से हो रहे नुकसान को रोकने की मांग की गई.
मीडिया से बात करते हुए दलित शोषण मुक्ति मंच (Tribal Status to Giripar) के जिला संयोजक आशीष कुमार ने कहा कि जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र की 154 पंचायतों को जनजातीय दर्जा देने का मुद्दा संवेदनशील है. उन्होंने कहा कि गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय घोषित किया जाए, इसको लेकर समिति को कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि आपत्ति इस बात पर है कि हिमाचल प्रदेश ही पूरे भारत में एक ऐसा प्रदेश है, जो ट्राइबल के अंदर जातियां विद्यमान हैं.
जिला संयोजक ने बताया कि हाल ही में एक आरटीआई के माध्यम से जुटाई गई. जानकारी में यह सामने आया है कि प्रदेश का किन्नौर कास्टलेस सोसायटी नहीं है. इसका मतलब यह हुआ है कि आज भी वहां जातियां विद्यमान हैं. उन्होंने कहा कि जहां पर कास्टलेस सोसायटी नहीं है, वहां पर जनजातीय की मांग को जायज ठहराया जा सकता है. मगर जहां पर कास्टलेस सोसायटी है, वहां पर जाति के नाम पर उत्पीड़न हो रहा है.