नाहन: ट्रेड यूनियन के संयुक्त मंच के बैनर तले राष्ट्रीय आह्वान पर शुक्रवार को जिला सिरमौर में भी कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना करते हुए विरोध प्रदर्शन किए गए. श्रम कानूनों में संशोधन व मजदूरों की समस्याओं को लेकर जिला मुख्यालय नाहन सहित जिला के करीब 26 स्थानों पर विरोध जताया गया.
नाहन में ट्रेड यूनियन ने डीसी के माध्यम से राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज 8 सूत्रीय मांगों का समाधान करने की मांग की. सीटू जिला कमेटी के महासचिव राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय आवाहन पर जिला सिरमौर के मजदूरों की जो समस्याएं हैं, उनको डीसी सिरमौर के माध्यम से राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज उठाया गया है.
राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि एक तो कोरोना महामारी चल रही है और ऊपर से सरकार ने 3 साल के लिए श्रम कानूनों को खत्म कर दिया है. बहुत से ऐसे कानून है, जो मजदूरों को लाभ पहुंचाने व जीवन को सुरक्षित बनाने वाले थे, लेकिन आज उन्हें खत्म कर दिया गया है.
राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के घर जाने व उनके खाने की व्यवस्था सुनिश्चित ढंग से नहीं हो पा रही है. स्थानीय मजदूर भी 2 महीने से काम पर नहीं जा पा रहा है. बहुत से संगठित मजदूर भी काम पर नहीं जा पा रहे हैं. ऐसे में मांग की गई है कि तमाम मजदूरों को 7500 रुपए सरकार की तरफ से दिए जाएं.
इसके साथ-साथ फ्रंटलाइन में कार्य कर रहे कोविड-19 लिए भी 5 लाख की मुआवजे की मांग की गई है. सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाने के साथ-साथ संबंधित वॉरियर्स की कोविड जांच भी समय-समय पर की जाए. इसी तरह की 8 मांगों को लेकर सरकार को ज्ञापन सौंपे गए हैं. उन्होंने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ जिला में करीब 26 जगह पर विभिन्न तरह के छोटे-छोटे प्रदर्शन आयोजित किए गए.