पांवटा साहिब: उत्तरी भारत की चूना पत्थर मंडी कह जाने वाले सतोन में लॉकडाउन का असर अब भी देखने को मिल रहा है. दरअसल जिला सिरमौर के सतोन में कई उद्योग बंद पड़े हुए हैं. आलम ये है कि 50 उद्योगों में से दो दर्जन उद्योग ही चल रहे हैं, जिससे चूना पत्थर का काम कम हो गया और उद्योग मालिकों को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है.
बता दें कि सतोन को दस पंचायतों का केंद्र बिंदु कहा जाता है. सैकड़ों लोगों को उद्योग के माध्यम से या पत्थरों का काम करके रोजगार मिलता है, लेकिन कोरोना जैसी महामारी की वजह से इन दिनों लोगों के रोजगार ठप हो गए हैं. कभी भी सतोन से लोडिंग करके सैकड़ों ट्रक बाहरी राज्यों में भेजे जाते थे, लेकिन इन दिनों 20 से 25 ट्रकों की आवाजाही ही हो रही है.
माइनिंग सोसाइटी के अध्यक्ष खत्री ठाकुर ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से माइनिंग सोसाइटी को बहुत नुकसान हो रहा है, क्योंकि कुछ लेबर यहां से जा चुकी है तो कुछ को बिना काम किए भोजन और सैलरी देनी पड़ रही है. उन्होंने बताया कि महीने की 1500 गाड़ियां बाहरी राज्यों में पहुंची थी, लेकिन अब सैकड़ों गाड़ियां ही बाहरी राज्य के लिए जा रही हैं.