मंडी: सोमवार दोपहर बाद मंडी जिला की धरती दो जोरदार धमाकों की आवाज से कांप उठी. धमाके इतने जोरदार थे कि लोगों के घर हिल उठे, दरवाजें-खिड़कियां झनझना उठी. ऐसा होता देख लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए और यह पता लगाने में जुट गए कि आखिर ये हुआ क्या. अधिकतर लोगों ने पहले धमाके को भूकंप माना और सोशल मीडिया पर भूकंप से संबंधित पोस्ट भी शेयर कर दी. इसके काफी देर बाद जब दूसरा धमाका हुआ तो लोग फिर से सकते में आ गए.
अचानक सोशल मीडिया पर धमाकों को लेकर पोस्टें शेयर की जाने लगी. सभी अपनी-अपनी तरफ से तरह-तरह के क्यास लगाने लग गए, क्योंकि यह धमाके सिर्फ मंडी जिला के स्थान विशेष में ही नहीं बल्कि पूरे जिला में सुनाई और महसूस किए गए. जब इस बारे में प्रशासन से जानकारी चाही तो प्रशासन ने इसपर पूरी तरह से अनभिज्ञता जाहिर की, क्योंकि प्रशासन के पास भी इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं थी. न तो जिले में किसी ब्लास्ट होने की पूर्व सूचना थी और न ही भूकंप आदि अन्य प्रकार की आपदा को लेकर कोई अपडेट आया था.
सोनिक बूम माना जा रहा है धमाकों का कारण:एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि जिला भर से धमाकों को लेकर पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने अपना पुराना अनुभव सांझा करते हुए बताया कि जब वे कुल्लू जिले में (Sounds of blasts in Mandi district) तैनात थी तो उस वक्त भी मनाली में आधी रात को ऐसे धमाके सुनाई दिए थे. बाद में पता करने पर मालूम हुआ कि ये सोनिक बूम था. उन्होंने बताया कि अभी तक सिर्फ यही अनुमान लगाया जा रहा है, क्योंकि अभी तक इस संदर्भ में कोई भी स्पष्ट जानकारी मिल पाई है. यदि कोई जानकारी मिलती है तो उसे मीडिया के साथ जरूर सांझा किया जाएगा.
क्या होता है सोनिक बूम: जब किसी चीज (What is Sonic Boom) की रफ्तार ध्वनि की रफ्तार से ज्यादा होती है तो उसको सुपरसोनिक रफ्तार कहते हैं. ध्वनि की रफ्तार 332 मीटर प्रति सेकेंड होती है, लेकिन जब कोई चीज 332 मीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से भी ज्यादा रफ्तार से चलती है तो उसको सुपरसोनिक स्पीड कहा जाता है.