मंडी/शिमला: हिमाचल प्रदेश के 2800 स्कूलों में आज प्रधानमंत्री के परिक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का प्रसारण किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाया गया परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम (Pariksha Pe Charcha Program) स्कूली बच्चों के लिए प्रेरणादायी, स्फूर्ति देने वाला और उर्जा प्रदान करने का माध्यम है. यह बात शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने मंडी में परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में भाग लेने के उपरांत मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कही. उन्होंने बॉयज स्कूल मंडी में (Boys School Mandi) प्रसारित परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में भाग लिया. यहां उन्होंने स्कूली बच्चों के साथ विशेष रूप से उपस्थित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों को सुना.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के स्कूली बच्चों के साथ संवाद का जो जरिया निकाला है वो अद्भुत है. बच्चे जहां परीक्षा के समय तनाव में आ जाते हैं वहीं, इस कार्यक्रम के माध्यम से उन बच्चों को तनाव से मुक्ति मिलती है और नई उर्जा का संचार होता है. उन्होंने कहा कि कोविड के कारण बीते दो वर्षों से यह चर्चा नहीं हो पाई थी जबकि इस बार इस चर्चा से स्कूली बच्चों को बहुत ज्यादा लाभ मिलने वाला है. वहीं, कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़े स्कूली बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों को सुना और उनके द्वारा बताए तरीकों से परीक्षा के तनाव को दूर करने के माध्यम जानें.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के (Pariksha Pe Charcha Program) जरिए छात्रों से संवाद किया. ये कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुआ, जहां पर प्रधानमंत्री मोदी छात्रों को बताया कि किस तरह से परीक्षा के दबाव को कम किया जाए. परीक्षा पर चर्चा का ये पांचवां एडिशन है. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 15 लाख से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
पीएम मोदी ने बच्चों से की बातचीत:पीएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, मन में तय कर लीजिए कि परीक्षा जीवन का सहज हिस्सा है. हमारी विकास यात्रा के ये छोटे-छोटे पड़ाव हैं. इस पड़ाव से पहले भी हम गुजर चुके हैं. पहले भी हम कई बार परीक्षा दे चुके हैं. जब ये विश्वास पैदा हो जाता है तो आने वाले एक्जाम के लिए ये अनुभव आपकी ताकत बन जाता हैं. अपने इन अनुभवों को, जिस प्रक्रिया से आप गुजरे हैं, उसको आप कतई छोटा मत मानिए. दूसरा आपके मन में जो पैनिक होता है, उसके लिए मेरा आपसे आग्रह है कि आप किसी दबाव में मत रहिए. जितनी सहज दिनचर्या आपकी रहती है, उसी सहज दिनचर्या में आप अपने आने वाले परीक्षा के समय को भी बिताइए.