मंडी:सूबे में होने वाले विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है. 68 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रदेश में 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. बात करें प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े जिले मंडी की तो यहां 8 लाख 58 हजार 646 मतदान करेंगे. जिनमें 4 लाख 22 हजार 215 पुरुष, 4 लाख 24 हजार 566 महिला मतदाता व 11 हजार 864 सर्विस वोटर हैं. सभी राजनीतिक दलों ने चुनावों को लेकर कदमताल शुरू कर दी है. प्रदेश की राजनीति में कांगड़ा जिला के बाद मंडी दूसरा सबसे बड़ा जिला है. यहां 10 विधानसभा क्षेत्र हैं. प्रदेश में इस समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिले से ही संबंध रखते हैं. मंडी जिले में इस समय सभी विधायक भारतीय जनता पार्टी के ही हैं. (Assembly seats in Mandi district) (himachal election date)
पंडित सुखराम ने मंडी सदर से 13 बार लड़ा चुनाव: मंडी सदर विधानसभा सीट की (Mandi Sadar Assembly seat) बात की जाए तो यह सीट हिमाचल प्रदेश की महत्वपूर्ण सीट है. इस सीट पर पंडित सुखराम परिवार का एकछत्र राज रहा है. प्रदेश में राजनीति के चाणक्य व संचार क्रांति के मसीहा कहे जाने वाले स्वर्गीय पंडित सुखराम ने मंडी सदर से 13 बार चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उन्होंने सदर से कभी भी हार का मुंह नहीं देखा. वर्ष 2003 में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेते हुए पंडित सुखराम ने यह विरासत अपने पुत्र अनिल शर्मा को सौंपी. अनिल शर्मा सदर से मौजूदा विधायक हैं, उन्होंने वर्ष 2017 में कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था. 2017 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी. पंडित सुखराम के पुत्र अनिल शर्मा ने ही भाजपा की झोली में यह सीट डाली.
सदर से टिकट के चाहवानों की फौज:प्रदेश में इस समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और मंडी जिले को प्रदेश का नेतृत्व करने का मौका मिला है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिले से संबंध रखते हैं. आने वाले विधानसभा चुनावों में मंडी सदर सीट से टिकट के चाहवानों की एक फौज खड़ी है. सदर विधायक अनिल शर्मा इस समय भाजपा के विधायक हैं. आने वाले चुनाव अनिल शर्मा भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर ही लड़ने वाले हैं. कांग्रेस पार्टी से सदर से टिकट की दौड़ में पूर्व प्रत्याशी चंपा ठाकुर व अमित पाल सिंह टिकट की दौड़ में हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी में टिकट के जवानों की एक लंबी फौज है. जिसमें पूर्व विधायक दुर्गादत्त, पार्षद सुमन ठाकुर, भाजपा मंडल अध्यक्ष मनीष कपूर, भुवनेश ठाकुर, नरेंद्र गुलेरिया, दीपक गुलेरिया, हेमराज पठानिया, श्याम लाल व पायल वैद्य का नाम चर्चा में है.
2017 में जोगिंदर नगर से स्वतंत्र उमीदवार ने जीता था चुनाव: वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के 9 विधायक जीते थे. जोगिंदर नगर इकलौता ऐसा विधानसभा क्षेत्र था जहां से स्वतंत्र उम्मीदवार ने अपनी जीत दर्ज की थी. जोगिंदर नगर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर प्रकाश राणा ने भाजपा प्रत्याशी गुलाब सिंह ठाकुर को भारी मतों के माध्यम से हराया था. करीब 4 माह पूर्व जोगिंदर नगर हलके के विधायक प्रकाश विधिवत रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. इससे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी में जहां भाजपा को ताकत मिलेगी वहीं, दूसरी ओर राणा की एंट्री से जोगिंदर नगर भाजपा में नए समीकरण उभर कर आए हैं. प्रकाश राणा ने वर्ष 2017 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में राणा ने भाजपा प्रत्याशी गुलाब सिंह ठाकुर को 6635 मतों से हराकर, बड़ा सियासी उलटफेर किया था.
7 बार चुनाव जीते हैं गुलाब सिंह ठाकुर:जोगिंदर नगर से पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर ने यहां से 10 बार चुनाव लड़ा है. जनता ने उन्हें 7 बार विधायक चुनकर विधानसभा भेजा है. गुलाब सिंह ठाकुर 1977 में जनता पार्टी से पहली बार विधायक चुने गए थे. 1982 में गुलाब सिंह ठाकुर ने निर्दलीय चुनाव जीता था. वह कांग्रेस पार्टी में भी रहे और 1990, 1983 व 1998 में कांग्रेस से विधायक चुने गए. इसके बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. वहीं, 2007 व 2012 के चुनावों में गुलाब सिंह ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता था.
जोगिंदर नगर में टिकट दावेदारों की लंबी फौज: जोगिंदर नगर विधानसभा क्षेत्र से आने वाले विधानसभा चुनावों में टिकट दावेदारों की (Ticket candidates in Joginder Nagar) लंबी फेहरिस्त है. प्रकाश राणा ने वर्ष 2017 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में राणा ने भाजपा प्रत्याशी गुलाब सिंह ठाकुर को 6635 मतों से हराकर, बड़ा सियासी उलटफेर किया था. भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद प्रकाश राणा आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा टिकट के तगड़े दावेदार हो गए हैं. पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के ससुर हैं. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर अपने ससुर को जोगिंदर नगर से टिकट दिलाने में कामयाब होते हैं या नहीं. वहीं, जोगिंदर नगर से इस बार भाजपा मंडल अध्यक्ष पंकज जम्वाल भी टिकट के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. यदि कांग्रेस पार्टी की बात की जाए तो यहां से पूर्व विधायक सुरेंद्र पाल ठाकुर, पूर्व प्रत्याशी जीवन लाल ठाकुर, कांग्रेस कमेटी प्रदेश सचिव राकेश चौहान का नाम चर्चा में है.
द्रंग विधानसभा सीट पर रहा है कौल सिंह ठाकुर का दबदबा: मंडी जिले के 10 हलकों में से द्रंग विधानसभा क्षेत्र की (Drang Assembly seat) बात की जाए तो इस सीट पर ज्यादातर कांग्रेस का ही राज रहा है. भारतीय जनता पार्टी को यहां से मात्र दो बार ही जनता का आशीर्वाद मिला है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री ने यहां से 8 बार चुनाव जीता है. वर्ष 2017 में यहां से बीजेपी उम्मीदवार जवाहर ठाकुर ने जीत दर्ज की थी. जवाहर ठाकुर ने कांग्रेस प्रत्याशी कौल सिंह ठाकुर को 6541 मतों से हराया था. पिछले विधानसभा चुनावों में जवाहर ठाकुर को 31392 व कौल सिंह ठाकुर को 24851 मत मिले थे. द्रंग विधानसभा क्षेत्र से पिछले चुनावों में 6 उम्मीदवारों ने अपना भविष्य आजमाया था. सूबे में इस समय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सरकार है और जयराम ठाकुर मंडी जिला से ही संबंध रखते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने गृह जिले की 10 की 10 विधानसभा सीट एक बार फिर से भाजपा की झोली में डालना चाहेंगे. वहीं, कांग्रेस भी इन सीटों पर अपनी पैनी नजर गड़ाए सत्ता वापसी की राह देख रही है. आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ठाकुर कौल सिंह का यहां से टिकट तय माना जा रहा है. वहीं, भाजपा के मौजूदा विधायक के टिकट पर अभी संशय बरकरार है.