कुल्लू:जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने केंद्र व प्रदेश की डबल इंजन सरकार को घेरते हुए कहा है कि आचार संहिता लगने से पहले फोरलेन प्रभावितों के खाते में फैक्टर-2 के तहत चार गुणा मुआवजा डाल दें अन्यथा कांग्रेस सरकार में आते ही यह मुआवजा जारी करेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2013 में भूअधिग्रहण कानून लाया जिसमें किसानों को चार गुणा मुआवजा देने का प्रावधान रखा, लेकिन 2015 में न्यायालय ने फैक्टर एक को गैरकानूनी बताया और फैक्टर दो को लागू किया.
2017 में विधानसभा चुनाव आए तो (Alka Lamba in Dhalpur) केंद्र से लेकर प्रदेश तक के नेताओं ने चार गुणा मुआवजा को प्रमुख मुद्दा बनाया और अपने घोषणा पत्र में भी यह मुद्दा शामिल किया. जनता ने इस मुद्दे पर मोहर लगाई और सरकार भी भाजपा की बनाई. पांच साल सरकार बने भी हुआ और किसानों को मुआवजा नहीं मिला. उन्होंने कहा कि नितिन गडकरी आपके समाचार के माध्यम से कह रहे हैं कि हिमाचल कहे तो देंगे चार गुणा मुआवजा. हिमाचल कह ही नहीं रहा है चीख रहा है, सड़कों पर है, लेकिन मुआवजा नहीं दिया जा रहा है.
यही नहीं गडकरी भूल गए कि हिमाचल ने 2017 में (Alka Lamba on BJP) भी कहा था कि चार गुणा मुआवजा चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि आचार संहिता लगने से पहले मुआवजा नहीं दिया तो कांग्रेस सरकार सत्ता में आते ही फोरलेन प्रभावितों को चार गुणा मुआवजा देंगें. उन्होंने कहा कि आज जनता महंगाई से त्रस्त है. बेरोजगारी से परेशान है. गैस सिलेंडर 450 से 1150 हो गया है. उन्होंने कांग्रेस की 10 गारंटी पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सत्ता में आते ही ओपीएस बहाल करेगी.
अलका लांबा ने कहा कि हैरानी इस बात की है कि हिमाचल प्रदेश में अडानी की कंपनी 30 से 60 रुपये किलोग्राम के हिसाब से किसानों से सेब खरीद रही है, लेकिन वही सेब दिल्ली में अडानी का स्टीकर लगाकर 550 रुपये किलोग्राम के हिसाब से बेचा जा रहा है. इसलिए कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि हिमाचल का किसान स्वयं दाम तय करेंगे. उन्होंने कहा कि रोजगार यात्रा में युवाओं को भरपूर समर्थन मिल रहा है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की सभी 10 गारंटी पर चर्चा की.