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Uranium in Himachal: हमीरपुर की कुनाह और पुंग खड्ड में मिले यूरेनियम के अवशेष

हमीरपुर की कुनाह और पुंग खड्ड में जगह-जगह खुदाई के दौरान कार्य कर रही कंपनी को यूरेनियम के अवशेष मिले हैं. वहीं, खुदाई करने वाली आउटसोर्स कंपनी ने इसकी रिपोर्ट परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय के उच्च अधिकारियों को सौंप दी है. बता दें कि ऊना, शिमला के रामपुर, मंडी और कुल्लू की पहाड़ियों पर भी यूरेनियम पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है.

Uranium in Himachal
हमीरपुर की कुनाह और पुंग खड्ड में मिले यूरेनियम के अवशेष

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Published : Mar 25, 2022, 9:18 AM IST

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर की कुनाह और पुंग खड्ड में जगह-जगह खुदाई के दौरान कार्य कर रही कंपनी को यूरेनियम के अवशेष मिले हैं. परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय ने यह कार्य कोविड काल मे एक कंपनी को आउटसोर्स किया था जिसे यह सफलता मिली है.

परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय के अधिकारियों के मुताबिक हमीरपुर के अलावा भी कई जिलों में यूरेनियम के स्रोत तक मिले हैं. अधिकारियों का तर्क है कि यह इतनी मात्रा में उपलब्ध नहीं है कि व्यापारिक दृष्टि से इनका इस्तेमाल संभव हो. ऐसे में इसका आर्थिक दृष्टि से अधिक महत्व नहीं है. जानकारी के मुताबिक खुदाई करने वाली आउटसोर्स कंपनी ने इसकी रिपोर्ट परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय के उच्च अधिकारियों को सौंप दी है.

साल 2013 में जिले की ग्राम पंचायत में खुदाई के दौरान मिले थे अवशेष: बता दें कि साल 2013 में भी ग्राम पंचायत ख्याह के लंबेहड़ा गांव में खुदाई के दौरान यूरेनियम के अवशेष मिल चुके हैं. अब कुनाह और पुंग के बीच यह अवशेष पाए गए हैं. इन दोनों खड्डों की दूरी 15 से 20 किलोमीटर के करीब है. ऐसा नहीं है कि पहली बार यह सर्वे हो रहा है. प्रदेश में स्थित परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय पहले सर्वे कर चुका है. सर्वे में प्रदेश के 11 विभिन्न स्थानों पर यूरेनियम होने की पुष्टि हुई है.

हमीरपुर की कुनाह और पुंग खड्ड में मिले यूरेनियम के अवशेष

इससे पहले भी प्रदेश में कई जगहों पर मिले हैं अवशेष: परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय के स्टेट ज्योलॉजिस्ट पुनीत गुलेरिया ने कहा कि यूरेनियम के अवशेष तो मिले हैं, लेकिन इतनी मात्रा में नहीं हैं कि व्यापारिक प्रयोग में लाए जा सकें. उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से भी इसका अधिक महत्व नहीं होता है.

इससे पूर्व भी यूरेनियम के स्रोत पूरे हिमाचल प्रदेश में जगह-जगह (Uranium in Himachal) मिलते रहे हैं. हमीरपुर जिले में यह कार्य एक कंपनी को आउटसोर्स किया गया था जिसने निदेशालय को रिपोर्ट सौंपी है अब इसमें आगामी अन्वेषण किया जा रहा है. बता दें कि ऊना, शिमला के रामपुर, मंडी और कुल्लू की पहाड़ियों पर भी यूरेनियम पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है.

दुनिया की सबसे महंगी धातु है यूरेनियम: आपको बता दें कि यूरेनियम ऐसी धातु है अगर इसे खुले में रखेंगे तो इसमें खुद ही आग लग जाएगी. देखने में बहुत ही सुंदर सफेद और चमकदार यूरेनियम हवा के संपर्क पर स्‍वयं ही जल उठता है और ये सबसे महंगी धातु है.

परमाणु ऊर्जा में उपयोग: यूरेनियम को बिजली उत्पादन में इस्तेमाल किया जाता है. वैज्ञानिकों के अनुसार यह बहुत ही सक्रिय तत्व है. यह किसी भी पदार्थ के लिए साथ बहुत जल्‍दी ही क्रिया कर लेता है. परमाणु ऊर्जा में इसका उपयोग बिजली उत्‍पादन के लिए किया जाता है. वर्तमान समय में धरती पर यूरेनियम का सबसे अधिक उपयोग परमाणु ऊर्जा में किया जाता है.

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