हमीरपुर: हमीरपुर जिले के गलोड़ क्षेत्र के एक युवा सुनील कुमार कौशल ने नौकरी छोड़ एलोवेरा पर स्टार्टअप इंडिया प्रोजेक्ट से नाम कमाया है. इको फ्रेंडली एलोवेरा आधारित उद्योग को सुनील कुमार ने गलोड़ क्षेत्र में ही स्थापित किया है. सुनील एक युवा उद्योगपति (sunil young entrepreneur of Hamirpur) होने के साथ ही एक प्रगतिशील किसान भी हैं. उन्होंने यूएसए से एलोवेरा की एलोवेरा बरबडेंसिस मिलर (aloe vera barbadensis farming) किस्म को 50 एकड़ भूमि में उगा (Aloe Vera farming in hamirpur) रहे हैं और उन्होंने करीब 31 किसानों को अपने साथ जोड़ लिया है.
साल 2019 में उनके स्टार्टअप को मंजूरी मिल गई थी. सुनील काफी पहले से 2014 से ही इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए रिसर्च में जुटे थे और 2016 से उन्होंने यह काम गुजरात, दिल्ली और पंजाब में शुरू कर दिया था. अब सुनील हमीरपुर जिले के हारबुंगलु में एलोवेरा आधारित उद्योग प्लांट (Aloe Vera based startup in himachal) स्थापित करने जा रहे हैं. इससे पहले बढ़ेड़ा में उद्योग स्थापित किया जा चुका है और यहां पर कार्य भी शुरू हो गया है.
सुनील कुमार दिल्ली में बेस्ट एंटरप्रन्योर एंड स्टार्टअप 2021 के नेशनल अवार्ड से सम्मानित हो चुकें हैं. रुद्रशक्ति हर्बस प्राइवेट लिमिटेड नाम से सुनील कुमार कौशल ने इस कंपनी को शुरू किया है. हिमाचल प्रदेश उद्योग विभाग और मिनिस्ट्री ऑफ आयुष इंडिया के सहयोग से एलोवेरा पर स्टार्टअप इंडिया प्रोजेक्ट के तहत हमीरपुर में इको फ्रेंडली एलोवेरा आधारित उद्योग की शुरुआत की है. आपको बता दें कि युवा उद्योगपति सुनील कुमार कौशल को हाल ही दिल्ली में बेस्ट एंटरप्रन्योर एंड स्टार्टअप 2021 के नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया. जिस कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित किया गया था, वहां पर पूरे भारत से करीब 300 नेशनल और इंटरनेशनल कंपनीज ने पार्टिसिपेट किया था.
हिमाचल के कई जिलों में युवाओं और किसानों से एलोवेरा की खेती शुरू करवाने के बाद कांगू उप तहसील में बढ़ेड़ा गांव में एलोवेरा की पहली इंडस्ट्री रुद्रा शक्ति हर्ब्स इंडिया कंपनी शुरू की है. इसमें एक्सपोर्ट क्वालिटी के 100 फीसदी ऑर्गेनिक प्रोडक्ट तैयार होंगे. यह प्रोजेक्ट सीएसआईआर आईएचबीटी पालमपुर में स्टार्ट अप इंडिया प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश उद्योग विभाग और मिनिस्ट्री ऑफ आयुष इंडिया के सहयोग से तैयार किया है. 31 किसानों को साथ जोड़ कर वह एलोवेरा की खेती करवा रहे हैं.
खेत में ऐलोवेरा की फसल देखते हुए सुनील व अन्य. साल 2012 में सुनील कुमार कौशल के पिता मोहिंदर कुमार की ऑन ड्यूटी मौत हो गई थी. सुनील के पिता पटवारी थे. तब से ही सुनील कुमार कौशल ने ऑर्गेनिक उत्पादों को लेकर कार्य शुरू कर दिया. सुनील कहते हैं कि उन्होंने लक्ष्य रखा है कि मिलावटी और केमिकल युक्त खाद्य पदार्थों की वजह से किसी की मौत ना हो. इसके लिए उन्होंने ऑर्गेनिक एलोवेरा जूस तैयार करने का निर्णय लिया है ताकि इसके इस्तेमाल से सेहत में सुधार किया जा सके.
अपने उत्पाद के साथ हिमाचल के युवा उद्यमी सुनील कुमार. एलोवेरा बरबडेंसिस मिलर किस्म की प्रजाति को तैयार करके किसान एक कनाल में 2 से 3 लाख की कमाई कर सकते हैं. हमीरपुर जिले में 50 एकड़ भूमि में 31 किसानों के साथ मिलकर वह एलोवेरा की इस किस्म को पैदा कर रहे हैं. सुनील कुमार अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन गए हैं, जिन्होंने अपना उद्योग धंधा स्थापित करने का सपना देखा है.
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