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हमीरपुर में चिकित्सकों की हड़ताल से मरीज बेहाल, प्रशिक्षु डॉक्टरों की पढ़ाई भी हो रही प्रभावित - health services affected in himachal

हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. डॉक्टरों की हड़ताल से मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (doctors pen down strike in hamirpur) में प्रशिक्षु डॉक्टरों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के फैकल्टी प्रोफेसर भी रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले पेन डाउन हड़ताल पर चले गए हैं.

doctors pen down strike in hamirpur
हमीरपुर में चिकित्सकों की हड़ताल

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Published : Feb 11, 2022, 12:50 PM IST

Updated : Feb 11, 2022, 1:01 PM IST

हमीरपुर: लंबित मांगों को लेकर हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की (hp doctors pen down strike) 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक का आज दूसरा दिन है. डॉक्टर्स की ये हड़ताल करीब सात दिनों तक चलेगी. स्ट्राइक के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

डॉक्टरों की हड़ताल से मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (doctors pen down strike in hamirpur) में प्रशिक्षु डॉक्टरों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के फैकल्टी प्रोफेसर भी रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले पेन डाउन हड़ताल पर चले गए हैं. डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के चिकित्सकों ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी पेन डाउन स्ट्राइक जारी रखी.

डॉक्टरों की हड़ताल

डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर सहित जिला के सभी सरकारी अस्पतालों में भी चिकित्सकों ने 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक रखी. इस दौरान 2 घंटे तक चिकित्सक ओपीडी में नहीं बैठे, जिस कारण ओपीडी के बाहर मरीजों की कतारें (health services affected in himachal) लगी रही. पूर्व नियोजित योजना के तहत स्ट्राइक के दौना आपातकालीन सेवाओं को जारी रखा गया.

रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष शर्मा ने कहा कि 6 वेतन विसंगतियों को लेकर चिकित्सक पेन डाउन स्ट्राइक कर रहे हैं. यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल भी शुरू की जा सकती है. आज चिकित्सकों के आलावा मेडिकल कॉलेज के प्रध्यापकों ने भी हड़ताल में हिस्सा लिया है.

उन्होंने कहा कि सरकार ने एनपीए जो पहले 25 फीसदी था, अब उसे घटाकर 20 फीसदी कर रही है और इसे एक जनवरी 2016 से लागू किया जा रहा है. जब तक इसे बढ़ाया नहीं जाएगा तक तक स्ट्राइक जारी रहेगी. अगर सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा और आगामी रणनीति तय की जाएगी.

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Last Updated : Feb 11, 2022, 1:01 PM IST

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