हमीरपुर: उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में अब श्रद्धालु डिजिटल माध्यम से भी दान एवं चढ़ावा दे सकते हैं. जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की आयुक्त देबश्वेता बनिक ने मंगलवार को मंदिर परिसर में डिजिटल सुविधा का शुभारंभ किया.
जिलाधीश ने बताया कि डिजिटल दान के लिए मंदिर परिसर में अलग-अलग स्थानों पर पांच पीओएस मशीनें स्थापित की गई हैं. इससे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा मंदिर प्रबंधन से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी काफी सुविधा होगी और डिजिटल माध्यम से दिए गए दान एवं चढ़ावे की राशि की गिनती की आवश्यकता भी नहीं रहेगी.
जिलाधीश ने सभी श्रद्धालुओं से इस सुविधा का लाभ उठाने की अपील भी की. इस अवसर पर बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं बड़सर के एसडीएम शशिपाल शर्मा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे. जिलाधीश के दौरे के दौरान हिमाचल प्रदेश पुलिस की प्रथम भारतीय रिजर्व वाहिनी के एकलव्य कला मंच के कलाकारों ने दियोटसिद्ध में नुक्कड़ नाटक और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से लोगों को कोरोना के प्रति जागरुक किया. जिलाधीश ने इन कलाकारों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए.
गौरतलब है कि उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर में प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों और बाहरी देशों से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर में पहुंचते हैं. करोड़ों रुपये का चढ़ावा हर साल बाबा बालक नाथ के दरबार में श्रद्धालु चढ़ाते हैं. ऐसे में अब मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को डिजिटल दान की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही है. इससे एक तरफ जहां चढ़ावे की गिनती से भी मंदिर ट्रस्ट को छुटकारा मिलेगा तो वहीं दूसरी और पारदर्शिता भी बनी रहेगी.
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