हमीरपुर: पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Former Chief Minister Virbhadra Singh) के निधन के बाद पहली बार हमीरपुर में सात अगस्त को प्रस्तावित कांग्रेस के सम्मेलन में क्या कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू (former state congress president Sukhwinder Singh sukkhu) शामिल होंगे? इस पर अटकलों का दौर जारी है. कांग्रेस की दिशा और दशा की दष्टि से यह सवाल बड़ा भी है और जरूरी भी. पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर (PCC Chief Kuldeep Rathore) और सह प्रभारी गुरकीरत कोटली की अध्यक्षता में आयोजित हो रहे इस सम्मेलन में सुक्खू की भूमिका पर सबकी निगाहें रहेंगी. हालांकि उनकी भूमिका की चर्चा तभी संभव होगी यदि सुक्खू इस सम्मेलन में शामिल होंगे.
गौर रहे सुखविंदर सिंह सुक्खू के सर्मथकों को हाल ही में प्रदेश कांग्रेस संगठन में लंबे समय के बाद नियुक्तियां भी मिली हैं. ऐसे में सुक्खू समर्थक इस सम्मेलन कितने और किस भूमिका में दिखेंगे यह भी रोचक रहेगा. जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र जार की तरफ से विधायक सुक्खू को इस बैठक में आने के लिए निमंत्रण भी दिया गया है, हालांकि इस तरह के निमंत्रण उन्हें पूर्व में लंबे समय से बैठकों और अन्य कार्यक्रमों के लिए दिए जाते रहे हैं, लेकिन वह अधिकतर कार्यक्रमों में नजर नहीं आते हैं. बैठक अथवा कार्यक्रम चाहे राज्य स्तर का ही क्यों न हो.
बहरहाल यदि कांग्रेस के नेता इस सम्मेलन में एक मंच पर नजर आते हैं तो प्रदेश में भाजपा की राजनीति का केंद्र रहे हमीरपुर में कांग्रेस की हुंकार मानी जाएगी और यदि पूर्व की भांति धड़ों और गुटों का बिखराव दिखा तो कांग्रेस हाईकमान के लिए यह किसी चुनौती से कम नहीं होगा और भाजपा के लिए विधानसभा चुनावों (assembly election) की आसान राह साबित होगी.