हमीरपुर: जिला हमीरपुर के मुंडखर गांव में एक घर पर पैसों के लेनदेन के चक्कर में गोलियां दागे जाने की घटना कई पिछली घटनाओं को ताजा कर दिया है. जिले में जंगली जानवरों के अवैध शिकार के बंदूके रखने के चलन के साथ ही शौकिया तौर पर पिस्टल रखने का भी खासा प्रचलन (Licensed gun with people in Hamirpur) है. वीरभूमि कहे जाने वाले हमीरपुर जिले में बंदूकों के शौक को आप कुछ ऐसे समझ सकते हैं कि साढ़े चार लाख की आबादी वाले हमीरपुर जिले में हर 100 में से एक व्यक्ति के पास बंदूक या पिस्तौल (Arms License in Hamirpur) है.
ऐसे में अत्यधिक तनावपूर्ण जीवन पारिवारिक क्लेश और नशे की प्रवृत्ति के कारण ये हथियार भविष्य में और खतरनाक और घातक हो सकते हैं. हथियारों का चलन जिले में पिछले कुछ सालों में बड़े हादसों का कारण बना है. अवैध शिकार के दौरान हादसों के साथ ही आपसी रंजिशों में इन हथियारों का इस्तेमाल (Licensed Weapons in Hamirpur) किया गया है. ताजा मामला पिछले शुक्रवार रात को जिले के मुंडखर गांव में एक बस ऑपरेटर के घर पर टासपोर्टर द्वारा पांच राउंड गोलियां बरसाने का है. आधी रात को इस घटना को अंजाम दिया गया था.
छह लोगों के गंवाई जान, अवैध शिकार में होते हैं हादसे: बता दें कि हमीरपुर जिले में हथियारों के खेल ने कई घरों के चिराग बुझा दिए हैं. पिछले कुछ सालों में जिले में कुल छह लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा. इसके अलावा जंगली जानवरों के अवैध शिकार के मामले भी कई बार सामने आ चुके हैं. जिला हमीरपुर में कुछ साल पहले एक मोटर मैकेनिक की मौत हो गई थी. कोहली के जंगल में जंगली जानवर के अवैध शिकार के दौरान यहां एक मैकेनिक की दुकान करने वाले युवक की मौत हुई थी. जिस पर कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. अभी तक यह मामला जिला न्यायालय में चल रहा है.