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साढ़े चार लाख आबादी वाले हमीरपुर जिले में हर 100 में से एक व्यक्ति के पास बंदूक, छह लोगों ने पिछले सालों में गंवाई जान

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Published : Jul 3, 2022, 6:55 PM IST

एजुकेशन हब कहे जाने वाले हमीरपुर जिले में हथियारों के खेल ने कई घरों के चिराग बुझा दिए हैं. साढ़े चार लाख की आबादी वाले हमीरपुर जिले में हर 100 में से एक व्यक्ति के पास बंदूक (Arms License in Hamirpur) या पिस्तौल है. दरअसल प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार साढ़े चार लाख की आबादी वाले जिले हमीरपुर में 4413 लाइसेंसशुदा शस्त्र धारक हैं.

Arms License in Hamirpur District
हमीरपुर जिले में हर 100 में से एक व्यक्ति के पास बंदूक.

हमीरपुर: जिला हमीरपुर के मुंडखर गांव में एक घर पर पैसों के लेनदेन के चक्कर में गोलियां दागे जाने की घटना कई पिछली घटनाओं को ताजा कर दिया है. जिले में जंगली जानवरों के अवैध शिकार के बंदूके रखने के चलन के साथ ही शौकिया तौर पर पिस्टल रखने का भी खासा प्रचलन (Licensed gun with people in Hamirpur) है. वीरभूमि कहे जाने वाले हमीरपुर जिले में बंदूकों के शौक को आप कुछ ऐसे समझ सकते हैं कि साढ़े चार लाख की आबादी वाले हमीरपुर जिले में हर 100 में से एक व्यक्ति के पास बंदूक या पिस्तौल (Arms License in Hamirpur) है.

ऐसे में अत्यधिक तनावपूर्ण जीवन पारिवारिक क्लेश और नशे की प्रवृत्ति के कारण ये हथियार भविष्य में और खतरनाक और घातक हो सकते हैं. हथियारों का चलन जिले में पिछले कुछ सालों में बड़े हादसों का कारण बना है. अवैध शिकार के दौरान हादसों के साथ ही आपसी रंजिशों में इन हथियारों का इस्तेमाल (Licensed Weapons in Hamirpur) किया गया है. ताजा मामला पिछले शुक्रवार रात को जिले के मुंडखर गांव में एक बस ऑपरेटर के घर पर टासपोर्टर द्वारा पांच राउंड गोलियां बरसाने का है. आधी रात को इस घटना को अंजाम दिया गया था.


छह लोगों के गंवाई जान, अवैध शिकार में होते हैं हादसे: बता दें कि हमीरपुर जिले में हथियारों के खेल ने कई घरों के चिराग बुझा दिए हैं. पिछले कुछ सालों में जिले में कुल छह लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा. इसके अलावा जंगली जानवरों के अवैध शिकार के मामले भी कई बार सामने आ चुके हैं. जिला हमीरपुर में कुछ साल पहले एक मोटर मैकेनिक की मौत हो गई थी. कोहली के जंगल में जंगली जानवर के अवैध शिकार के दौरान यहां एक मैकेनिक की दुकान करने वाले युवक की मौत हुई थी. जिस पर कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. अभी तक यह मामला जिला न्यायालय में चल रहा है.

साल 2015 से जून 2022 तक हमीरपुर जिले में 15 बार चल चुकी हैं गोलियां: हमीरपुर जिले में साल 2015 से जून 2022 तक कुल 15 बार गोली चलने की घटनाएं सामने आई थी. बड़ी घटनाओं की अगर बात करें तो 18 फरवरी 2015 सुजानपुर उपमंडल के जियाणा में लंबरी के रहने वाले मनोहर लाल की गोली लगने से मौत थी 1 फरवरी 2017 हमीरपुर के कसीरी में गोली चलने से गगन कुमार की मौत हो गई थी.

हमीरपुर पुलिस थाने में इस बाबत मामला दर्ज हुआ था. 8 दिसंबर 2018 झन्यारा के डिब्व गांव में गोली के छर्रे से दो नाबालिग बच्चियां घायल हुई. इस पर पुलिस थाना हमीरपुर में शस्त्र अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धारा 336 व 337 में मामला दर्ज किया था. 12 मार्च 2021 हमीरपुर कॉलेज से घर जा रही छात्रा पर कुछ युवकों ने लंबलू के समीप हवा में फायर किए थे. इस सिलसिले में हमीरपुर थाना में केस दर्ज हुआ था 6 अक्टूबर 2021 सुजानपुर के खनोली में एक 35 वर्षीय युवक ने खुद को गोली मार ली थी.

प्रशासनिक आंकड़ों में 4413 लाइसेंसशुदा शस्त्र धारक: प्रशासनिक आंकड़ों में साढ़े चार लाख की आबादी वाले जिले हमीरपुर में 4413 लाइसेंसशुदा शस्त्र धारक हैं. एडीएम हमीरपुर जितेंद्र सांजटा से जब इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिले में करीब 4413 शस्त्र लाइसेंस (Arms License in Hamirpur District) हैं. सांजटा ने कहा कि कुछ लाइसेंस जंगली जानवरों से फसलों की रक्षा और कुछ आत्मरक्षा के लिए जारी किए गए हैं.

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