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कोरोना वॉरियर्स को मिले अतिरिक्त वेतन और बीमा की सुविधा- सुरिंदर मनकोटिया

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Published : May 10, 2020, 7:04 PM IST

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे सुरिंदर मनकोटिया ने केन्द्र और प्रदेश सरकार पर कोरोना वायरस के लिए फंड प्रधानमंत्री राहत कोष एवं मुख्यमंत्री रहत कोष का ऑडिट किए जाने की मांग की है. साथ ही, उन्होंने कोरोना योद्धाओं का वेतन काटने के बजाय सरकार से अतिरक्त वेतन एवं बीमा देकर समान्नित करने की मांग की है.

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कांगड़ा/देहराःपूर्व कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरिंदर मनकोटिया ने कोरोना वायरस महामारी में प्रदेश के सभी कर्मचारियों को सुरक्षा कवच मुहैया करवाए जाने की मांग की है. साथ ही महामारी से निपटने के लिए कार्यरत सभी कर्मचारियों का बीमा करवाने की भी मांग की है.

सुरिंदर मनकोटिया जसवां-परागपुर में भेंट करते हुए कहा की बार्डर, नाकों, नगर परिषद और नगर निगम में पुलिस, स्वास्थ्य, एंबुलेंस, आशा वर्कर व अन्य विभाग के कर्मचारी इस महामारी में अपनी जान जोखिम में डाल कर सेवाएं दे रहे हैं. ऐसे में सरकार ने उनका बीमा किए जाने की बजाय उनका एक दिन का वेतन काट दिया, जो कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.

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कांग्रेस नेता ने कहा की सरकार को चाहिए कि वे कर्मचारियों को अतिरिक्त वेतने दे कर उनका सम्मान करें, जबकि सरकार ने उनका डीए भी रद्द कर दिया. उन्होंने कहा कि यह सरकार की अपरिपक्वता है. रोज सुबह जो आदेश आते हैं, वे शाम को बदल जाते हैं.

सुरिंदर मनकोटिया ने कहा कि अब कर्मचारियों की 10-15 दिन का वेतन काटने की चर्चाएं चल रही हैं, जिसे स्वीकार नहीं किया जाएगा. मनकोटिया ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर कोरोना वायरस के लिए मिले फंड राहत कोष एवं मुख्यमंत्री रहत कोष का ऑडिट किए जाने की मांग की.

कांग्रेस नेता ने कहा की निम्न वर्ग को तो सहायता दी जा रही है. इस समय मध्यम वर्ग की हालत भी बिगड़ी हुई है. मध्यम वर्ग कई जिम्मेदारियों और ऋणों में फंसा हुआ है. मध्यम वर्ग के बहुत सारे परिवार आईआरडीपी एवं अंत्योदय योजना में नहीं आते हैं, सरकार को उनकी सहायता के लिए उचित कदम उठाने चाहिए.

मनकोटिया ने कि आशा वर्कर और आंगनवाड़ी वर्कर को कम से कम 5000 रुपये अलग से वेतन दिया जाना चाहिए. उनका वेतन बहुत कम है और वे लगातार फील्ड में बीमारी के बारे में जागरूक कर रहे हैं.

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