हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / city

Himachal Seat Scan: पालमपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा, BJP में टिकट के कई दावेदार, जानिए क्या हैं चुनावी समीकरण - Congress MLA Ashish Butail on Jairam Government

हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) से पहले ETV भारत प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों के सूरत-ए-हाल से रू-ब-रू करवा है. हिमाचल सीट स्कैन रहा (Himachal Seat Scan) में आज हम बात करने जा रहे हैं पालमपुर विधानसभा क्षेत्र (Palampur Assembly Seat Ground Report ) की. कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में ये 19वीं विधानसभा सीट है. वैसे देश-दुनिया में चाय की बागवानी के लिए प्रसिद्ध है. लेकिन चुनावी साल में राजनीतिक दलों में यहां टिकट के कई चाहवान सामने आ गए हैं, जिसके चलते इस सीट पर चुनावी जंग तेज हो गई है. आइए जानते हैं, आखिर इस साल यहां क्या चुनावी समीकरण हैं...

Palampur Assembly Seat Ground Repor
पालमपुर विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट

By

Published : Aug 30, 2022, 5:31 PM IST

पालमपुर: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) से पहले कांगड़ा जिले की पालमपुर सीट (Palampur Assembly Seat) काफी चर्चा में है. वैसे तो कांगड़ा जिला सूबे की राजनीति में ही काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जिले में 15 विधानसभा सीट है. ऐसे में हिमाचल सीट स्कैन (Himachal Seat Scan) सीरीज के माध्यम से आज 19वां विधानसभा क्षेत्र पालमपुर (Palampur Assembly Seat Ground Report ) के चुनावी समीकरण की बात करेंगे. जानेंगे कि आखिर इस साल पालमपुर में जनता किस पार्टी पर अपना विश्वास जताती है.

पालमपुर चाय नगरी के नाम से विश्वविख्यात है और यहां चाय के बागान हर किसी को अपनी और आकर्षित करते हैं और चाय की चुस्कियों के साथ अपनी थकान भी मिटाते हैं, लेकिन चुनावों में इस चाय की महक कुछ खास ही हो जाती है. हर चाय की दुकान पर चुनावी चर्चा चलती रहती है. ऐसे में अब विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो चुनावों को लेकर एक बार फिर से चर्चा होनी शुरू हो गई है. पालमपुर कांग्रेस का गढ़ है, इस बात को कोई भी नकार नहीं सकता है. क्योंकि लम्बे अरसे से पालपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है. दादा के बाद अब पोते ने इस विरासत को संजो कर रख दिया है.

पालमपुर विधानसभा सीट पर चुनावी जंग: पालमपुर विधानसभा सीट इस बार फिर से हॉट सीट बन गई है. क्योंकि यहां पर कांग्रेस का दबदबा शुरू से ही रहा है. भाजपा ने इस सीट को जीतने के लिए 2017 में पूरा जोर लगा लिया, लेकिन भाजपा नहीं जीत पाई थी. बड़ी बात यह है कि यह विधानसभा क्षेत्र अनारक्षित है. साल 2012 में पालपुर विधानसभा सीट (Palampur Assembly Constituency) पर ब्रिज बिहारी लाल बुटेल को हारने वाले भाजपा के प्रत्याशी प्रवीण शर्मा (Palampur BJP candidate Praveen Sharma) थे जिन्होंने कांग्रेस के गढ़ में जीत हालिस कर के अपनी सीट भाजपा की झोली में डाल दी थी उसके बाद 2017 के चुनावों में प्रवीण शर्मा को चुनाव लड़ने से मना किया गया और इंदु गोस्वामी को चुनावों में उतारा गया था, लेकिन भाजपा को यहां भी हार का सामना करना पड़ा.

पालमपुर विधानसभा सीट पर अब तक जीत का अंतर

पालमपुर नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस ने मारी थी बाजी: पालमपुर के नगर निगम चुनावों की तो इन चुनावों में भी कांग्रेस का ही परचम लहराया था. भाजपी की ओर से सारी सरकार को पालमपुर नगर निगम चुनावों (Palampur Municipal Corporation Elections) में लगा दिया गया था, बावजूद उसके कांग्रेस के प्रत्याशियों ने अपनी मेहनत से भाजपा के प्रत्याशियों को पछाड़ दिया था. कहा जा सकता है कि पालमपुर में कांग्रेस के प्रत्याशी को हराना भाजपा के लिए किसी पहाड़ से कम नहीं है. क्योंकि यहां पर कांग्रेस की पकड़ मजबूत है और भाजपा इस पकड़ को तोड़ने में हर बार नाकाम रही है. हालांकि पालमपुर में पिता के बाद उनके बेटे आशीष बुटेल ने पिता की विरासत को संभाला है और पालमपुर की जनता की नजरों में खरा उतरने के लिए हर संभव प्रयास भी किया है. आशीष बुटेल के पिता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार रह चुके ब्रिज बिहारी लाल बुटेल ने पालमपुर को संवारने में कोई कमी नहीं छोड़ी है और पर अपने पिता के नक्शे कदम पर आशीष बुटेल चल रहे हैं.

पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के अहम मुद्दे:पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्य समस्या (Palampur Assembly Constituency Issues) पार्किंग की है. इस क्षेत्र में पार्किंग सुविधा न होने से पालमपुर में आने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है. वहीं, कई सरकारें आई और गई लेकिन किसी ने भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया. यही कारण है कि जनता को आए दिन इस समस्या से दो चार होना पड़ रहा है. इतना ही नहीं अगर पालमपुर में सड़क के किनारे अगर लोग वाहन पार्क करते हैं तो उनके वाहन का चालान पुलिस द्वारा काट दिया जाता है. पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के कई हिस्सों में सड़क सुविधा बेहतर नहीं होने से लोगों को परेशानी पेश आ रही है.

पालमपुर विधानसभा के अहम मुद्दे.

पालमपुर विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट: विधानसभा चुनाव 2022 में कांगड़ा के हॉट सीट में से एक पालमपुर विधानसभा सीट पर किसका कब्जा होगा यह तो चुनावों के बाद ही पता चल पाएगा. लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों की इस सीट पर कब्जा करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर अभी से लगाने लग गए हैं. पालमपुर में एक प्रत्याशी नहीं बल्कि कई प्रत्याशी दौड़ में हैं, जिनमें कांग्रेस से आशीष बुटेल जो कि मौजूदा विधायक हैं. भाजपा से त्रिलोक कपूर ने भी टिकट के लिए अपनी पूरी सहमती जताई है और पालमपुर में सक्रिय भी हैं. साथ ही भाजपा से पूर्व में रहे विधायक प्रवीण शर्मा ने भी टिकट की मंशा जाहिर करते हुए जनता के बीच अपना प्रचार बढ़ा दिया है.

पालमपुर विधानसभा सीट पर टिकट के कई चाहवान.

इस सीट से दुलो राम का नाम भी चर्चा में है, लेकिन भाजपा किस पर अपना दांव खेलेगी इसका पता तभी चल पाएगा जब चुनावों में टिकट का आवंटन होगा. भाजपा से एक नहीं कई उम्दीदवारों के नाम सामने आ रहे हैं, जिनमें त्रिलोक कपूर, इंदु गोस्वामी, घनश्याम शर्मा, रविंदर सिंह रवि और दुलो राम हैं. वहीं, कांग्रेस से आशीष बुटेल इकलौते उम्मीदवार हैं जो कि कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगे. हालांकि इस बार आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party in Palampur) ने भी अपना दांव इस बार खेल दिया है. ऐसे में इस साल इन दोनों ही पार्टियों के वोट बैंक पर असर पड़ने वाला है. 2022 के चुनावों में कुल 74,052 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. इस साल चुनावों के नतीजे चाहे जो कुछ भी हो, लेकिन पालमपुर में चुनाव काफी रोमांचक होगा.

इंदु गोस्वामी.

2017 में पालमपुर विधानसभा सीट पर जीत का अंतर: 2017 के चुनावों में आशीष बुटेल ने भाजपा प्रत्याशी इंदु गोस्वामी को 4,324 मतों से हराया था. आशीष बुटेल को 24,252 मत मिले थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी इंदु गोस्वामी को 19,928 वोट मिले थे. वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार प्रवीण शर्मा को 3,198 वोट मिले थे. इस तरह से इन चुनावों में आशीष बुटेल ने जीत हासिल की थी. इन चुनावों में पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा ने आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था और उनको तीन हजार से जयादा मत मिले थे. उस वक्त वह पार्टी से टिकट न मिलने के चलते नाराज चल रहे थे, लेकिन कुछ समय बाद वह दोबारा भाजपा में शामिल हो गए थे. 2017 में पालमपुर में मतदाताओं की संख्या 69,809 थी. 35,734 पुरुष और 34,075 महिला मतदाताओं की संख्या थी.

2017 में पालमपुर विधानसभा सीट पर जीत का अंतर.

2012 में पालमपुर विधानसभा सीट पर जीत का अंतर: साल 2012 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार ब्रिज बिहारी बुटेल को 23,341 वोट मिले थे. वहीं, भाजपा प्रत्याशी प्रवीण शर्मा को 14,312 वोट मिले थे. इस साल एचएलपी उम्मीदवार दुलो राम तीसरे नंबर पर रहे थे. दुलो राम को 6,115 मत हासिल हुआ था. उस समय पालमपुर विधानसभा में कुल 64,197 मतदाता थे. इसमें 33,086 पुरुष और 31,111 महिला मतदाता थे.

क्या कहते हैं मौजूदा विधायक आशीष बुटेल:पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल (Palampur Congress MLA Ashish Butail) का कहना है कि पालमपुर में उनके पिता ने विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी है और पालमपुर में सिर्फ पार्किंग का हल्ला रहता है, लेकिन उसके लिए भी पालमपुर में कई पार्किंग हैं लेकिन लोग पैसा खर्च नहीं करना चाहते. वहीं, चुनावों को लेकर आशीष बुटेल ने कहा कि वो पूरी तरह से तैयार हैं और जनता को पता है कि भाजपा की सरकार जुमलों की सरकार (Congress MLA Ashish Butail on Jairam Government) है जो सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें कर सकती है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आजतक धरातल पर कुछ नहीं किया. प्रदेश की जयराम सरकार बेरोजगारी दूर करने में विफल रही है और महंगाई भाजपा के शासन काल में चरम सीमा लांघ चुकी है जिसका भुगतान अब आने वाले चुनावों में इस सरकार को करना होगा.

क्या कहते हैं भाजपा के पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा: प्रवीण शर्मा पालमपुर के पूर्व विधायक रह चुके हैं और पालमपुर में कांग्रेस को धराशाई करने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाई थी 2012 में प्रवीण शर्मा ने भाजप की टिकट से चुनाव लड़ा था और कांग्रेस के दिग्गज नेता ब्रिज बिहारी लाल बुटेल को हराया था. लेकिन 2017 में भाजपा ने प्रवीण शर्मा का टिकट काट कर इंदु गोस्वामी को चुनाव लड़वाया था, जिसमें भाजपा को हार का सामना करना पड़ा और आशीष बुटेल ने अपनी जीत दर्ज की थी. प्रवीण शर्मा ने कहा है कि पार्टी अगर उनपर भरोसा जताती है तो वह पालमपुर की सीट को फिर से भाजपा की झोली में डालेंगे. हालांकि भाजपा में कई लोग अपनी टिकट के लिए दावेदारी जता रहे हैं, लेकिन फैसला आला कमान ही करेगा.

ये भी पढ़ें:Himachal Seat Scan मनाली विधानसभा सीट पर बीजेपी का दबदबा, इस साल जानिए क्या हैं चुनावी समीकरण

ABOUT THE AUTHOR

...view details