धर्मशाला: निर्वासित तिब्बती सरकार ने शुक्रवार की रात तिब्बत में आए भूकंप को लेकर गहरी चिंता प्रकट की है. साथ ही, भूकंप में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की है. वहीं तिब्बती संसद के डिप्टी स्पीकर आचार्य यशी फुंस्टोक ने कहा कि चीन द्वारा तिब्बत के पर्यावरण से हमेशा छेड़छाड़ की जाती रहती है जिसकी वजह से तिब्बत में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं.
डिप्टी स्पीकर ने कहा कि जानकारी के अनुसार तिब्बती लोगों ने भूकंप के दौरान अपनी व अपने परिवार की जान बचाने का पूरा प्रयास किया. चीन सरकार हमेशा दुनिया को सही जानकारी नहीं देती है. इस भूकंप के दौरान 3 तिब्बती लोगों ने अपनी जान भी गवां दी है. वहीं कुछ गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं.
पर्यावरण से छेड़छाड़ करता है चीन
चीन अपने फायदे के लिए पर्यावरण से छेड़छाड़ करता रहता है, जिसकी वजह से भूकंप आते हैं और इसकी कीमत तिब्बती लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है. आचार्य यशी फुंस्टोक का कहना है कि चीन को भी पर्यवरण के सरंक्षण को लेकर सोचना चाहिए व पर्यावरण को सुरक्षित रखना चाहिए ताकि देश व मानवता को बचाया जा सके.